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कहर बनकर टूट रहा नीलगायों का झुंड

संत कबीर नगर : तहसील क्षेत्र के अनेक गांवों में नील गायों के झुंड के खेतों में टूट पड़ने से किसानों

By Edited By: Published: Wed, 04 Mar 2015 10:57 PM (IST)Updated: Wed, 04 Mar 2015 10:57 PM (IST)
कहर बनकर टूट रहा नीलगायों का झुंड

संत कबीर नगर :

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तहसील क्षेत्र के अनेक गांवों में नील गायों के झुंड के खेतों में टूट पड़ने से किसानों को रात की नींद तो दूर दिन में भी रखवाली करने से छुट्टी नहीं मिल पा रही है। पलक मारते ही दर्जन भर की संख्या वाला दल खेत में घुसकर उनके सपनों को मटियामेट कर दे रहा है। क्षेत्रीय किसानों ने सरकारी अमले से नीलगायों पर नियंत्रण करने के लिए व्यवस्था कराने की मांग की है।

क्षेत्र के बेलहर जंगल में भारी संख्या में नीलगाय पाए जाते हैं। पहले से भी उक्त नीलगायों के झुंड जंगल का आसपास के खेतों में नुकसान करते रहे हैं। इन दिनों यह समस्या तेजी से बढ़ गई है जब जंगल से दूर गांवों में भी इनकी पहुंच शुरु हो गई है। नंदौर, नरायनपुर, छपिया, सांथा, बरगदवा, रमवापुर, कौलपुर समेत अनेक गांवों में किसान सब्जी और गन्ने की खेती प्रमुख रूप से करते हैं। नीलगायों के दल में लगभग एक दर्जन या उससे अधिक संख्या होती है। खेतों के पास स्थित बागों और झुरमुटों में यह दिन में छिपे रहते हैं और रात्रि में खेतों का चरकर चौपट कर देते हैं। दिन में भी गन्ने के खेतों में यह घुसकर नुकसान करते हैं। किसान अमरेश, राजकुमार, संजय कुमार आदि ने कहा कि पहले कभी नीलगाय आदि देखने के लिए वे जाया करते थे अब उनके खेतों के लिए यह सबसे बडी बाधा बनकर उभरे हैं। जिनके पास परिवार की संख्या कम है ऐसे किसान तो मात्र रखवाली से डर कर खेतों को बटाई पर देने को मजबूर हो रहे हैं।


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