वृक्षारोपण के नाम पर गोलमाल, शिकायत
संत कबीर नगर : जिले में एक तरफ मनरेगा के क्रियान्वयन में हुई गड़बड़ी को लेकर सीबीआइ जांच चल रही है, व
संत कबीर नगर : जिले में एक तरफ मनरेगा के क्रियान्वयन में हुई गड़बड़ी को लेकर सीबीआइ जांच चल रही है, वहीं अभी भी सरकारी धन का गोलमाल करने वालों के पौ बारह हैं। मेंहदावल ब्लाक में बिना वृक्षारोपण कराए ही भुगतान लेने का मामला प्रकाश में आया है।
ब्लाक क्षेत्र मेंहदावल के इमलीडीहा ग्राम पंचायत में वृक्षारोपण के नाम पर करीब डेढ़ लाख रुपये खारिज किया गया है। मौके पर पेड़ की बात कौन कहें, ट्री-गार्ड तक गायब है। इसी ग्राम पंचायत में उड़वलिया सिवान से पीडब्लूडी मार्ग तक मिट्टी का काम कराया गया। आधा अधूरा काम कराने के बाद भी पूरा भुगतान ले लिया गया। इमलीडीहा गांव में दक्षिण तालाब पर पोखरे की खुदाई पर भी करीब पांच लाख रूपये खर्च किए गये। वहां भी काम जिस अनुपात में पैसा खर्च किया गया है, जो मौके पर काम कम ही दिखता है। ग्राम पंचायत में हो रहे घपले पर उसी गांव के जिवधर यादव ने ब्लाक स्तर से लेकर प्रधानमंत्री तक को चिट्ठी लिखी, लेकिन जांच आदेश के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
जन सूचना कानून के तहत जब ब्लाक से जानकारी मांगी तो सूचना के नाम पर एक ही स्टीमेट की कई प्रतियां उपलब्ध कराकर ब्लाक ने भी कोरम पूरा कर दिया। अब सवाल यह उठता है कि एक प्रधान को बचाने में विकास विभाग क्यों दरियादिली दिखा रहा है। जबकि वृक्षारोपण में हुए घपले की कहानी तो
वह खुद ही बयां कर रहा है। यहां पर पेड़ लगाने के लिए स्टीमेट ग्राम पंचायत द्वारा बनवाई गई थी। इस बारे में बात करने पर बीडीओ पुष्पा सोनकर ने बताया कि जन सूचना मांगने वाली बात मेरे संज्ञान में है। सूचना उपलब्ध करा दी गई है। रही बात वृक्षारोपण में घपले की तो उसकी जांच की जाएगी।