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धनतेरस पर हुई खरीदारी, इलेक्ट्रानिक सामान की खूब हुई बिक्री

क्रासर-स्वर्ण व चांदी के सिक्कों, बर्तनों, इलेक्ट्रानिक सामानों की खूब हुई बिक्री -क्षमता के अन

By Edited By: Published: Wed, 22 Oct 2014 12:21 AM (IST)Updated: Wed, 22 Oct 2014 12:21 AM (IST)
धनतेरस पर हुई खरीदारी, इलेक्ट्रानिक सामान की खूब हुई बिक्री

क्रासर-स्वर्ण व चांदी के सिक्कों, बर्तनों, इलेक्ट्रानिक सामानों की खूब हुई बिक्री

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-क्षमता के अनुसार हर तबके के लोगों ने दिखाया खूब उत्साह

जागरण संवाददाता संत कबीर नगर:

सुख, समृद्धि व उल्लास के पर्व धनतेरस पर मंगलवार को धन के देवता भगवान कुबेर व आयुर्वेद में शल्य पद्धति के जनक भगवान धन्वन्तरि की विधि-विधान पूर्वक पूजा हुई। ग्राहकों द्वारा बाजारों झूम कर खरीदारी किया। बाजार में लोगों ने अपनी क्षमता के अनुसार स्वर्ण व चांदी के सिक्कों, आभूषणों, बर्तन, इलेक्ट्रानिक सामान, गाड़ियों, कपड़ों आदि की जमकर खरीदारी की, जिसके चलते बिक्री में तेजी देखने को मिली। बाजार में डिनर सेट, कुकर, कटोरी, गिलास, चम्मच आदि का सेट खरीद रहे हैं। बाजारों में कम्पनियों व दुकानदारों की ओर से स्कीमों का भी धूम देखने का मिला। इसके अलावा बाजार में लाई, गट्टा, चीनी की मिठाईयां, पटाखा, लक्ष्मी-गणेश की मिट्टी की मूíतयां व देवी-देवताओं के तस्वीर, फूल-माला, खूब बिके। शहर के गोलाबाजार, मुखलिसपुर तिराहा, चंद्रशेखर चौक, बरदहिया बाजार, बैंक चौराहा, मेंहदावल बाईपास, मिल चौराहा व डीघा बाईपास पर धनतेरस पर व्यापारियों ने मिठाई, बर्तन, मोमबत्ती, पटाखा, लइया, मूíत आदि की ढेर सारी दुकानें सजी है, जहां खरीदारी करने वालों का तांता लगा रहा है। इसके साथ ही जनपद मगहर, बघौली, मेंहदावल, बखिरा, सांथा, बेलहर, नंदौर, धर्म¨सहवा, सेमरियावा, पौली, सांथा, मुखलिसपुर, नाथनगर, चुरेब के साथ विभिन्न बाजारों में झूम कर खरीदारी गई।

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लुभाएं गए ग्राहक

शहर में विभिन्न कंपनियों व प्रतिष्ठानों द्वारा आफर व सेल आइटम ग्राहकों की पहली पंसद बने रहे। पर उपहार योजना, सेल आइटम व निश्चित खरीददारी पर निश्चित उपहार, गिफ्ट योजना से ग्राहकों को खूब लुभाया गया। तोरण द्वार, महासेल आदि के आकर्षक गेट आदि लगाकर कर ग्राहक देवता का स्वागत किया।

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ली गई लक्ष्मी-गणेश प्रतिमाएं

-घर व प्रतिष्ठान पर पूजन के लिए धनतेरस पर मिट्टी की मां लक्ष्मी व श्रीगणेश की प्रतिमाएं ली गई। पंद्रह रुपये से लेकर चार सौ रुपये की प्रतिमाओं के साथ चांदी वर्क, सोने चांदी तो शीशे के शो केस में विद्युत सजवाट वाली प्रतिमाओं की खूब बिक्री हुई।

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वाराणसी के फूल

- शहर में गेंदा, गुलाब के फूल के साथ जलवेला व रजनीगंधा के फूल आकर्षण का केंद्र रहे। बाजार में वाराणसी से तो बराबर फूल आते है इस बार लखनऊ का गुलाब, कलकत्ता को जरवेला व आरकिट मंगाया गया है जो तीन चार दिन तक खुबसूरत व ताजा दिखता है।

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चहल पहल से रहे परे

धनतेरस पर्व पर मंगलवार को जहां बाजार में चहल पहल व रौनक में लोगों ने विभन्न दुकानों पर घूम-घूम कर मोल तोल करके खरीदारी किया वहीं ऐसे अनेक लोग दिख जो चुपचाप बाजार में आए चमक धमक से परे होकर फुटपाथ पर सजीं दुकान ने शुभ के लिए एक दो बर्तन व पूजन सामग्री की खरीदारी किया।

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एलईडी झालर की रहीं मांग

दीपावली पर इस बार एलइडी विद्युत झालर की मांग अधिक रहीं। फूल-माला, विद्युत झालरों, मोमबत्ती, दीया, मटकी झालर पहली पसंद रहे। बाजार में म्युजिकल झालर 90 रुपये से लेकर 1600 रुपये तक, लड़ी 35-300, काटन की लड़ी 90 से 600 रुपये तक, दीया, मटकी, चुलबुली झालर सहित दो सौ से अधिक वारायटी के झालर की मांग रही।

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आकृतिदार दीया -दीपावली पर बाजार में विभिन्न आकृति के दीया आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। एकल दीया में चार कोन, एक कोन, दो कोन के साथ झूमर दिया, थाल दिया, घंटीदार दीया के साथ देवी-देवताओं के प्रतिमा आकृति वाले दिया लोगों की पहली पंसद बने हैं। सामान्य दीया जहां सत्तर से नब्बे रुपये में बिक रहा है, वहीं डिजाइन वाला दीया पीस व दर्जन से चार गुना से दस गुना दाम पर बिक रहा है। इसके साथ मिट्टी के बिना रंग रोगन वाली मूíत की मांग अधिक है। दुकानदार शुद्ध मिट्टी व गंगा जल से बनी प्रतिमा का दावा कर ग्राहकों के आर्किषत किए रहें।

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दुकानों पर महिलाओं की रही भीड़

फोटो 21 एसकेटी-

धनतेरस पर पर बाजार में महिलाओं अलग प्रतिक्रिया व्यक्त किया। शिक्षिका सुष्मिता तिवारी ने कहा कि पर्व पर कुछ नया करना था, इस बार सोने को आभूषण लिया। इसके लिए पहले से पैसे एकत्र किए थे। गृहणी श्रीमती अतरवासी देवी ने कहा कि पर्व पर खरीदारी शुभ है फिल्टर लेना था महंगाई देख कर स्टील की थाली व चम्मच लिया। श्रीमती उषा ने कहा कि माह में दो पर्व पड गए घर पहले घर खर्च देखना है पर्व पर खरीदारी शुभ कर है इसलिए शुभ के लिए दैनिक उपयोग वाले बर्तन लिया। मांडवी वर्मा ने कहा कि पर्व पर खरीदारी का मन बनाया था, बजट के अभाव में चाय बनाने के बर्तन व स्टीक के बर्तन व पुस्तक लिया वैसे भी यह घर में आवश्यक था आज नही तो कल लेना ही था। सारिका श्रीवा“तव ने कहा कि पहले बच्चों का मन भी रखना है जरुरी सामान भी खरीदना है। पूजन सामग्री लिया। रामनगर की नमिता ने कहा कि घर में धातु के बर्तन लेकर आभूषण लिया महंगाई तो रहेगी अपना बजट उसके अनुरुप बना होगा।

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