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घर पहुंचा आफताब, अपहरण के आरोपियों को राहत

By Edited By: Published: Tue, 02 Sep 2014 10:34 PM (IST)Updated: Tue, 02 Sep 2014 10:34 PM (IST)
घर पहुंचा आफताब, अपहरण के आरोपियों को राहत

संत कबीर नगर : बखिरा थाना क्षेत्र के ग्राम पसाई निवासी आफताब आलम ढाई वर्ष पहले अपनी शादी के दिन घर से गायब हो गया था। उसकी मां ने गांव के ही चार लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था। तभी से पुलिस और आरोपियों के लिए उसका पता लगाना सिरदर्द बना हुआ था। हालांकि खोज करने के बाद पुलिस ने एक वर्ष बाद मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दिया था, परंतु यह मामला बार बार उठता रहा। मंगलवार की सुबह वह खुद ही अपने घर आया तो पुलिस ने सच्चाई जानने का प्रयास किया। इस दौरान वह अपहरण के बारे में पहले तो कहानी गढ़ने का प्रयास किया, परंतु सवाल करने पर सही जबाब देने से कतराने लगा।

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बता दें कि सांथा विकास खंड के ग्राम पसाई निवासी आफताब आलम पुत्र मकसूद आलम की शादी सिकरी गांव मे तय थी। बरात जाने के पूर्व शादी के दिन ही घर से गायब हो गया था। इससे अफरातफरी मच गई थी और शादी नहीं हो पाई। वह अपने मां बाप का अकेला लड़का है। उसकी मां सकीरा खातून ने गांव के ही महबूब आलम, फकरेआलम, महदूद आलम और हबीब के नाम अपराध संख्या 438/12धारा 364 के तहत मुकदमा कराया था। पुलिस ने मुकदमें के बाद उसकी तलाश शुरु कर दिया। इस दौरान कथित आरोपियों से पुलिस ने कई दिनों तक गहन पूछताछ किया। सर्विलांस के माध्यम से भी पता लगाने का प्रयास किया गया, पर कुछ भी जानकारी नहीं मिली। थक हारकर पुलिस ने 7 मई 2013 को मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाकर मामले को बंद कर दिया। मंगलवार को वह सुबह अपने घर आया तो आरोप झेल रहे लोगों ने पुलिस को सूचना दी। बखिरा पुलिस ने उसे थाने ले जाकर अपहरण की असलियत जानने का प्रयास किया तो उसने बताया कि अपनी पल्सर गाड़ी से वह घर से निकला था। इसके बाद उसे कुछ नशीला पदार्थ किसी ने खिलाकर ट्रेन मे बैठा दिया। वह भोपाल पहुंचा तो उसे होश आया। इसके बाद से वह वहीं पर स्वास्तिक होटल में नौकरी करने लगा। इसके बाद घर का मोह लगा तो चला आया। जब पुलिस ने पूछा कि अपहरण के बाद भोपाल में रहने पर उसने घर पर सूचना क्यों नहीं दिया तो वह चुप हो गया। बाद में उसके द्वारा खुद ही भाग जाने की बात दुहराया जाने लगा। समाचार लिखे जाने तक पुलिस उससे पूछतांछ कर रही थी। पूरी असलियत सामने नहीं आ सकी थी।


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