डीपीआरओ ने सुरक्षा मांगी, सफाई कर्मियों का प्रदर्शन
संत कबीर नगर : जिला पंचायत राज अधिकारी व सफाई कर्मियों में विवाद गहराता जा रहा है। बुधवार को सफाई कर्मियों ने विकास भवन पर प्रदर्शन कर डीपीआरओ की बखिया उधेड़ी। उधर डीपीआरओ ने भी एसपी से मिलकर सफाई कर्मियों द्वारा उन्हें धमकाने की जानकारी दी गई।
ईद की छुट्टी के बाद जब विकास भवन में स्थित कार्यालय खुले तो सफाई कर्मियों एवं डीपीआरओ के बीच तनातनी का मामला तूल पकड़ लिया। उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ ने डीपीआरओ पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। चौबीस घंटे के भीतर कार्रवाई न होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी। जिलाध्यक्ष परमहंस गौतम ने कहा कि जिला पंचायत राज अधिकारी एवं डीसीपी द्वारा सफाई कर्मियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ चौबीस घंटे के भीतर कार्रवाई न होने पर धरना-प्रदर्शन करके आंदोलन किया जाएगा। इसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। दूसरी तरफ जिला पंचायत राज अधिकारी केके मिश्रा इस प्रकरण को लेकर पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा से मिले। उन्होंने विकास भवन पर अनावश्यक रुप से सफाई कर्मियों द्वारा हंगामा करने की शिकायत की गई। डीपीआरओ ने लगातार मिल रही धमकी की बात बताकर कार्यालय में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की मांग की। डीपीआरओ के साथ डीसीपी प्रदीप कुमार त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
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सम्बद्धता समाप्त करना
विवाद की जड़
-उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत सफाई कर्मी वेल्फेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने बुधवार को जारी बयान में कहा है कि सफाई कर्मियों की कार्यालय से सम्बद्धता समाप्त करना विवाद का जड़ है। डीपीआरओ ने सफाई कर्मियों को तैनाती स्थल पर भेजने का निर्देश देकर गांव में साफ-सफाई व्यवस्था मुकम्मल करने का फरमान सुनाया था। उसी समय से सफाई कर्मियों को गुमराह करने का कार्य किया जा रहा है। उपद्रव फैलाकर कार्य में बाधा डाला जा रहा है। मनबढ़ पदाधिकारी आदेश नही प्राप्त कर रहे हैं, और कार्यालय में जमे हैं। भ्रष्टाचार की जड़ बन चुके सफाई कर्मियों को तत्काल गांवों में भेजा जाए। उपद्रव करने वाले सफाई कर्मियों का संगठन से कोई लेना देना नही है।
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