धड़ल्ले से हो रही एक्टिवेटेड सिम की बिक्री
संत कबीर नगर : पहचान पत्र के साथ सिमकार्ड बेचे जाने की शासन की मंशा धूमिल हो रही है। बेनामी सिमों का प्रयोग युवाओं द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है। सिमकार्ड की बिक्री के लिए प्रशासन द्वारा कड़ाई से पहचानपत्र लेने के निर्देश का अनुपालन विक्रेताओं द्वारा नहीं किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि सांथा क्षेत्र में इन दिनों सिम की बिक्री बढ़ाने के लिए दुकानदारों द्वारा नियम को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है। नियमों के अनुसार सिम पाने के लिए पहले आवेदक को प्रार्थना पत्र देने की व्यवस्था है। इसके बाद पते की पुष्टि होने के बाद इसे चालू किया जाना चाहिए। इस क्रिया को पूरा करने में तीन से चार दिन लग जाने के कारण दुकानदारों ने शार्ट कट अपनाकर दूसरे के नाम व पते से पहले ही सिम को एक्टिवेट कराकर रख लिया जा रहा है। सिम लेने के लिए आने वाले ग्राहकों को बिना कागजी खानापूर्ति के ही सिम मिल जाने से वे अधिक दाम देकर तुरन्त खरीद ले रहे हैं। इसमें खरीददारों की बड़ी संख्या नव युवकों की है जो कम्पनियों के स्कीम का लाभ लेकर सिम को फेंक देते हैं। बेनामी सिम होने से पकड़ में आने की समस्या न होने से एक दूसरे को गलियां और अश्लील बाते करने में भी उक्त सिम का प्रयोग किया जा रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि प्री एक्टिवेटेड सिम मिलने से अपराधों को बढ़ावा मिल रहा है। सांथा क्षेत्र के गोइठहा, निघुरी, लोहरसन आदि बाजारों में कुछ चुनिन्दा दुकानों पर यह कार्य तेजी से किया जा रहा है। कमाई के चक्कर में सरकारी आदेशों की अवहेलना होने का मामला क्षेत्र में चर्चाओं में है। इस बारे में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि बिना पहचान पत्र के सिम कार्ड बेचे जाने की सूचना नहीं है फिर भी छापेमारी करके ऐसा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।