शौचालय निर्माण पर जोर, पुराने हो रहे ध्वस्त
संत कबीर नगर : गांवों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए नए शौचालयों के निर्माण पर विशेष जोर है, परंतु पुराने पर किसी का ध्यान नहीं है। नतीजन पुराने शौचालय ध्वस्त होते चले जा रहे हैं और गांवों में स्वच्छता अभियान हवा हवाई साबित हो रहा है।
जानकारी के अनुसार ग्राम नंदौर में मुख्य मार्ग के किनारे 6 वर्ष पहले सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। निर्माण के समय इसकी लागत लगभग दो लाख रुपये आयी थी। उक्त काम्पलेक्स निर्माण के एक साल भी ग्रामीणों के प्रयोग में नही आ सका। घटिया निर्माण के कारण शीट टूटकर धंस गया और वाटर सप्लाई व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई। वर्तमान में यह शौचालय निष्प्रयोज्य हो गया है। यहां घास फूस उग आने से गंदगी का घर बन गया है।
स्थानीय निवासी धर्मेद्र पासवान, डा. वसीम अहमद, रामबेलास, सुरेंद्र गौतम, दीनानाथ, अवधेश पासवान, अनिल, अमित ने बताया कि बनने के बाद से ही शौचालय खराब होने लगा था। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक शौचालय की दशा खराब होने से ग्रामीणों को समस्या झेलनी पड़ रही है। यही हाल सोनौरा में बनाए गए काम्पलेक्स का है। इसके साथ ही निर्मल भारत अभियान की हवा भी निकल रही है। ग्रामीणों ने शौचालयों को ठीक कराने की मांग की है।