शिक्षक नदारद, शिक्षा मित्र चला रहे विद्यालय
संत कबीर नगर : पौली ब्लाक में प्राथमिक शिक्षा उदासीनता की भेंट चढ़ गई है। नतीजन पठन पाठन करने वाले बच्चों का भविष्य दांव पर लग चुका है। सोमवार को कुछ विद्यालयों पर ऐसा ही नजारा देखने को मिला। विद्यालय के प्रधानाध्यापक नदारद मिले, वहीं शिक्षा मित्र मौजमस्ती में डूबे देखे गए। बच्चे भी पढ़ने की बजाय इधर उधर घूम कर समय बिता रहे थे।
हर बच्चे को स्कूल भेजने के लिए शासन अनेक कार्यक्रम क्रियान्वित कर रहा है। इसके बावजूद स्कूल केवल बच्चों के घूमने टहलने की जगह बन गया है। सोमवार को पौली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय लौकीहवा में सुबह दस बज कर पंद्रह मिनट पर पहुंचने पर महिला शिक्षा मित्र अपने कुर्सी पर बैठ कर पेपर पढ़ती मिली। यहां तैनात प्रधानाध्यापक गायब मिले। दूसरे शिक्षा मित्र भी विद्यालय से नदारद थे। बच्चे कक्षा में खेलने में मशगूल थे। भोजन में रोटी व कढ़ी बनी थी। दोपहर का भोजन भी यहां मीनू के अनुसार नहीं बना था। प्राथमिक विद्यालय सोनहन में दस बज कर तीस मिनट पर देखा गया तो शिक्षा मित्र अपने कमरे में बैठी थी। प्रधानाध्यापक नदारद थे। दूसरे शिक्षा मित्र भी विद्यालय से गैर हाजिर मिले। यहां चावल व सब्जी बच्चों के लिए बनाया गया था, जो मीनू के अनुसार नहीं था। प्राथमिक विद्यालय बारहकोनी में समय दस पचास पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक रजिस्टर में उपस्थिति बना कर विद्यालय से गायब मिले। विद्यालय का जिम्मा शिक्षा मित्र संभाल रही थी। दूसरे शिक्षा मित्र भी विद्यालय पर नहीं मिले। प्राथमिक विद्यालय खेवसिया में समय ग्यारह बजे शिक्षक विद्यालय में गैर हाजिर मिली। दोनों शिक्षा मित्र आपस में बात चीत कर समय पास कर रहे थे। बच्चे मैदान में खेल रहे थे। विद्यालय के बच्चे खुशदिल, अभिषेक, मिथलेश आदि ने बताया कि अभी तक हम लोगों को किताबें नहीं मिली है, जिससे पढ़ाई नहीं हो पा रही है। विद्यालय में लगा हैंडपंप प्रदूषित जल उगल रहा है। बच्चे इसका सेवन करने को मजबूर हैं।
इस बाबत पूछने पर खंड शिक्षा अधिकारी श्री प्रकाश मिश्र ने बताया कि किसी अध्यापक के अवकाश की संस्तुति मेरे द्वारा नहीं की गई है। इसके बावजूद भी गैरहाजिर होने की जानकारी नहीं है। पता कर कार्रवाई की जाएगी।