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पुलिस पर भी नजर रखिए कप्तान साहब

By Edited By: Published: Sun, 20 Jul 2014 10:25 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jul 2014 10:25 PM (IST)
पुलिस पर भी नजर रखिए कप्तान साहब

जागरण संवाददाता, संत कबीर नगर : कच्ची के कारोबार पर अंकुश लगाने का पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा का प्रयास काबिले तारीफ है। इस अभियान की सफलता उनकी बेहतर कार्य शैली का द्योतक भी है। बस जरूरत है कि वह कच्ची के कारोबारियों के साथ पुलिस पर भी नजर रखें, क्योंकि यह गैर कानूनी धंधा चलाने में वर्दी धारियों की हिस्सेदारी बराबर की है।

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कच्ची के कारोबार में पुलिस की मिलीभगत छिपी बात नहीं है। आला अफसर कच्ची के कारोबार के खिलाफ अभियान चलाते हैं, लेकिन वह सफल नहीं हो पाता। कारण की इस कारोबार में पुलिस की बराबर की हिस्सेदारी है। अर्थात कच्ची के कारोबारियों से पुलिस को अच्छी एक्जाई मिलती है। मजे की बात तो यह है कि छापामारी के पहले कारोबारियों तक सूचना पहुंच जाती है, और वह सचेत हो जाते हैं। पुरुष फरार हो जाते हैं और अधिकांश महिलाएं ही पकड़ी जाती हैं।

आबकारी विभाग के पास कच्ची कारोबार संचालित होने वाले स्थानों की लंबी फेहरिस्त है। आबकारी विभाग का रिकार्ड भी हकीकत को बयां करता है। इसके बावजूद यह धंधा न बंद होना पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करता है। आबकारी विभाग भी स्वीकार करता है कि कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र के जूरी, पड़ोखर , भेलवसिया, जंगलऊन, भेड़िया ईट भट्ठा, महुली थाना क्षेत्र के डेहरौली, मैनसिर ईट भट्टा, गिठनी ईट भट्टा, बढैयपुरवा, हरिरपुर स्थित ईट भट्टा, धनघटा थाना क्षेत्र के प्रजापतिपुर, घोरांग, कोचरी, सोनाड़ी, हैंसर, सेमरी खास, नरायणपुर, दुघरा उर्फ खैरा, केवटिया, पड़रिया, खरबुजहिया, धर्मसिंहवा थाना क्षेत्र के सिगहा, भंडा, बखिरा थाना में परतिया, डिहुलिया, चिरइया डाढ़, लगड़ी सई, मंझरिया पठान, केवटलिया, दुर्गजोत, मंझरिया, भिडौरा, पिकौरा, दक्षिण टोला, मेहदावल थाना क्षेत्र में अव्वल, केवटलिया, कुशफर, पक्का पोखरा, बैलौहा, बढ़या ठाठर, मेहदावल उत्तर पट्टी, सोनबरसा, साड़े कला, पंडित पुरवा, घूरापाली, दुधारा थाना क्षेत्र के बस्ती बस्ता, मैलान खुर्द, भगौसा, सिसई माफी, लोहरौली, महुआरी ईट भट्टा पर कच्ची का कारोबार चलता है।

-एक्जाई बंटवारे को धनघटा थाने में दो पुलिस कर्मियों के बीच हुई भिड़ंत से वर्दी वालों एवं कच्ची के कारोबारियों की मिलीभगत की पुष्टि हुई। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार पुलिस वालों में जमकर कहा सुनी हुई। विवाद कच्ची के कारोबारियों से मिलने वाले एक्जाई को लेकर था। विवाद के समय मौके पर थानाध्यक्ष भी मौजूद रहे।

कच्ची के कारोबार को बंद कराने के लिए पुलिस हमेशा अभियान चलाती है। इसका परिणाम भी मिलता है। इस गैर कानूनी धंधे में पुलिस की मिलीभगत की पुष्टि अब तक हुई नहीं है। अगर होगी तो दोषी पुलिस कर्मी दंडित होंगे।

अजय प्रताप सिंह

अपर पुलिस अधीक्षक


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