नौजवानों के हित की हो चिंता
16वीं लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय व क्षेत्रीय दल वादों का ढिंढोरा पिट रहे हैं। घोषणाओं माध्यम से सियासत की जंग में उतर कर मतदाताओं को रिझाने में जुटे हैं। दलीय प्रत्याशियों के साथ निर्दलीय भी आमजन के बीच पहुंच कर आश्वासन की घूंटी पिला रहे हैं। जनता भी अपनी प्राथमिकताएं गिना रही है। जनता की इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए जागरण ने मतदाताओं से अपना घोषणा पत्र जारी करने का आग्रह किया है। इसी कड़ी में प्रस्तुत है दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता अरविंद कुमार चौधरी का घोषणा पत्र।
-शिक्षा के साथ स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार हो।
-किसानों के हित की रक्षा के साथ आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जाए।
-निश्शुल्क बिजली के साथ खेत में निश्शुल्क सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो।
-युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए सार्थक कार्य हो।
-अपराधी प्रवृति व भ्रष्ट नेताओं को चुनाव लड़ने से वंचित किया जाए।
- भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए कोई प्रभावी कानून लागू किया जाए।
-किसान ऋण माफी के साथ सभी के लिए रोटी, कपड़ा, मकान की व्यवस्था सुनिश्चित हो।
-युवाओं को झूठे आरोप व मुकदमें में फंसाने से बचाने के लिए नया कानून बनाए जाए।