सड़कों का बुरा हाल, चलना हुआ दुश्वार
संत कबीर नगर :
सुरक्षित यात्रा के लिए एक अदद बेहतर सड़क की उम्मीद अभी तक पूरी नहीं हुई। तहसील मुख्यालय से किसी तरफ भी जाने के लिए ध्वस्त सड़कों से ही लोगों को दो-चार होना पड़ता है। सबसे बुरी दशा तो मेहदावल करमैनी मार्ग की है जहां सड़क में कुछ स्थानों पर तीन फिट से अधिक गहराई के गढ्डे बन गए हैं। क्षतिग्रस्त सड़कों से गुजरना कितनी दुश्वारी है, इसका प्रमाण इन सड़कों से आने-जाने वालों को देखकर लगाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि मेहदावल तहसील मुख्यालय को जिले और अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाली सभी सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। मेहदावल-खलीलाबाद मार्ग हो या मेहदावल-बस्ती से लेकर करमैनी मार्ग। कहीं भी आपको सड़क दुरुस्त नही दिखेगी। वहीं मेहदावल बांसी मार्ग तो पूरी तरह से टूट चुका है। सड़कें खराब होने से राहगीर दुर्गति झेलने को मजबूर हैं। भौरा निवासी बेचू निषाद, प्रमोद कुमार, मिश्रवलिया निवासी देवानंद, शिवमोहन, करमैनी निवासी शंकर सहाय, साड़े निवासी शिवसागर चौधरी, रविंदर सिंह आदि ने कहा कि सड़क निर्माण नहीं होना क्षेत्र की प्रमुख समस्या है। रास्ता ठीक न होने से ब्लाक और तहसील मुख्यालय तक आने में उन्हें दस के बजाय बीस किमी दूरी तय करके घूमकर जाना पड़ता है। नंदौर रुधौली मार्ग की हालत भी खराब होने से बरगदवा निवासी गोरखनाथ, शरद कुमार आदि ने भी अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि ध्वस्त सड़कें ही अब तो तहसील क्षेत्र की पहचान हैं। क्षेत्रवासियों ने अधिकारियों से पहल करके सड़कों का नवनिर्माण कराने की मांग की है।