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शरीर के साथ दिमाग को भी दुरुस्त रखता है व्यायाम

चन्दौसी । बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को लेकर बच्चे ज्यादा तनाव में आ जाते हैं। दिन रात पढ़ने के बाद भ

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Feb 2017 11:51 PM (IST)Updated: Sun, 26 Feb 2017 11:51 PM (IST)
शरीर के साथ दिमाग को भी दुरुस्त रखता है व्यायाम
शरीर के साथ दिमाग को भी दुरुस्त रखता है व्यायाम

चन्दौसी । बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को लेकर बच्चे ज्यादा तनाव में आ जाते हैं। दिन रात पढ़ने के बाद भी नतीजा शून्य निकलता है। ऐसी स्थिति में बच्चों को समझा पाना भी काफी मुश्किल होता है। बच्चों को चाहिए कि वह सुबह जल्दी उठकर सैर व व्यायाम के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। सैर व व्यायाम करने से एकाग्रता बढ़ती है दिमाग भी ताजगी महसूस करता है, जिससे पाठ्यक्रम को जल्दी याद करने में सहायता मिलती है।

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मार्च माह से बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। बच्चे तो परीक्षाओं की तैयारी करने में लगे हैं लेकिन अभिभावक भी उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं, क्योंकि वे भी अपने बच्चे को नंबर एक पोजीशन पर देखना चाहते हैं। वे इसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। अधिकतर अभिभावकों ने तो अपने बच्चों की ट्यूशन व अतिरिक्त कक्षाएं लगवा रखीं हैं, लेकिन परीक्षाओं के समय दिन-रात पढ़ाई करने के परिणाम गलत भी साबित हो सकते हैं। बच्चे तनाव में आ जाते हैं, जिसकी वजह से जो उनकी तैयारी होती है, वह भी भूल जाते हैं। तनाव को दूर करने के लिए बच्चों को सुबह जल्दी उठकर मार्निंगवॉक व व्यायाम के लिए थोड़ा समय देना चाहिए, जिससे उनका मन एकाग्र होगा और पढ़ाई अच्छी होगी।

क्या कहते हैं अभिभावक

शरीर में ऊर्जा बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा तरीका सैर व व्यायाम है। अभिभावक तुषार गुप्ता कहते हैं कि सैर व व्यायाम से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, जिससे बच्चे पढ़ाई भी अच्छी कर सकते हैं। जो उनके लिए लाभकारी है। हरीश कठैरिया ने कहा कि विद्यार्थी, अभिभावक व अध्यापक के सम्मिलन से अध्ययन का त्रिकोण पूर्ण होता है। इनमें किसी भी एक के अक्षम होने पर पढ़ाई निश्चित ही कुप्रभावित हो जाती है। विद्यार्थी जब परीक्षार्थी में बदलता है तो निश्चय ही पूरे वर्ष की पढ़ाई का दबाव उसे मानसिक रूप से परेशान करने लगता है। ऐसे में अभिभावकों का स्नेहगत सहयोग परीक्षार्थी को सम्बल प्रदान करता है। अखिलेश खिलाड़ी ने कहा कि पढ़ाई की समय सारिणी तय करके मन प्रफुल्लित करने के लिए समय अंतराल से टीवी या इंडोर गेम का सहारा थोड़ी-थोड़ी देर के लिए लिया जा सकता है। घर के वातावरण को शांतमय व अध्ययन के अनुकूल बनाकर ही उपयुक्त लक्ष्य प्राप्ति की जा सकती है। अमित पाल ने कहा कि परीक्षा की तैयारी के लिए बच्चों को सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करनी चाहिए, जिससे कि पाठ्यक्रम अच्छी तरीके से याद हो सके। सुबह की सैर को भी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

योग शिक्षक की सलाह

नगर के खुर्जा गेट निवासी योग शिक्षक शेर बहादुर ¨सह ने बताया कि पढ़ने से पहले रोजाना अगर सैर व व्यायाम किया जाए तो इससे एकाग्रता बढ़ती है, जिससे छात्रों की याद करने की शक्ति भी बढ़ जाती है और उन्हें याद करने में ज्यादा दिक्कत भी नहीं होगी। सीता रोड स्थित सुपर कॉलोनी निवासी योग शिक्षिका अनीता आर्य ने कहा कि परीक्षा के समय रात्रि को ज्यादा देर न जागकर प्रात: जल्दी उठकर खुली हवा में भत्रिका प्राणायाम के रूप में दो-तीन मिनट गहरी सांसे भरे व छोड़े जिससे ज्यादा प्राणवायु आक्सीजन के रूप में हमारे मस्तिष्क में पहुंचे फिर कुछ आवृतियां जैसे अनुलोम-विलोम व भ्रामरी आसन कर पढ़ने बैठे इससे एकाग्रता बढ़ेगी व याद जल्दी होगा भोजन में अन्न का सेवन कम करते हुए फल, सलाद व दूध का ज्यादा करें। थोडा-थोडा पानी पीते रहे। इस प्रकार घबराहट भी न होगी व पेपर भी अच्छा होगा।


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