आका करम हो हम पर, हैं गुलाम तुम्हारे..
सम्भल : ह•ारत शाह अली मुत्तकी इसराईली वारसी कादरी चिश्ती का सालाना चार रो•ा उर्स मुबारक कुल शरीफ की
सम्भल : ह•ारत शाह अली मुत्तकी इसराईली वारसी कादरी चिश्ती का सालाना चार रो•ा उर्स मुबारक कुल शरीफ की रस्म के साथ सम्पन्न हो गया। सोमवार को नगर से सटे मंडी अली सराय स्थित दरगाह ह•ारत शाह अली मुत्तकी इसराईली वारसी कादरी चिश्ती के सालाना चार रो•ा उर्स के मौके पर कुल शरीफ की महफिल सजाई गई। इस मौके पर प्रसिद्व फनकार सरफरा•ा चिश्ती शानदार कव्वाल ने नाते रसूल पेश करते हुए महफिल का आगा•ा किया। उन्होंने कुछ इस तरह कहा आका करम हो हम पर हैं गुल़ाम तुम्हारे, तेरे इश्क में भूल बैठा हूं खुद को, न•ार में कोई दूसरा तो नहीं है, पुकारो मेरे मौला को पुकारो, संवर जायेगी किस्मत बेसहारों। अंत में रंग व सलाम पेश किया गया। सज्जादानशीं ह•ारत मौलाना जहानत हुसैन वारसी ने मुल्क व शहर में अमन-भाईचारे को दुआ कराई गई। सैकड़ों हाथ दुआ को उठे। इमामे शहर व शाही इमाम मौलाना आफताब हुसैन वारसी, डॉ. हसन मियां वारसी, ना•िामे आला दरगाह मनो•िार हुसैन वारसी, शान मियां वारसी, सैफ अली वारसी, आमिर सुहैल वारसी, रागिब वारसी, मरगूब अशरफी, कासिम तुर्की, रमजी इतरत वारसी, सलमान सम्भली आदि मौजूद रहे।