मन को साधने का अस्त्र है योग : सुनीता
सम्भल । योग शिविर में योगाचार्यों ने लोगों को विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराते हुए निरोग जीवन जीने
सम्भल । योग शिविर में योगाचार्यों ने लोगों को विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराते हुए निरोग जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। साथ ही योग को अपनी जीवनशैली में शामिल करने का संकल्प कराया।
भारत स्वाभिमान के तत्वावधान में शहर के शंकर भूषण शरण जनता इंटर कालेज में तीन दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। योग शिविर के दूसरे दिन योगाचार्या सुनीता आर्या ने बड़ी संख्या में पहुंचे महिला, पुरुषों व बच्चों को योग का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराते हुए कहा कि प्रात:काल नित्य सूर्य नमस्कार करने से किसी दूसरे व्यायाम या आसन की जरुरत नहीं रह जाती है। हर आयु वर्ग के लोगों को कम से कम दस बार इसका अभ्यास अवश्य करना चाहिए। स्वस्थ जीवन जीने के लिए उन्होंने यम, नियम, आसन, प्रणायाम, प्रत्याहार, ध्यान, समाधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि मन को वर्तमान में भागदौड़ भरी ¨जदगी में हर आदमी परेशान है। उन्होंने योग को मन को साधने का सबसे बड़ा अस्त्र बताया। बच्चों में बचपन से ही योग की आदत डालने के लिए अभिभावकों को योग से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। साथ ही निरोग जीवन व्यतीत करने के लिए योग को अपनी दिनचर्या बनाने का संकल्प कराया। इस दौरान अशोक गर्ग, अनिल गुप्ता, अवधेश वाष्र्णेय, कृष्णकुमार, संजय ¨सह, शरद एडवोकेट, सत्येंद्र ¨सह, नरेंद्र अग्रवाल, महेंद्र मदान, कुलदीप ऐरन, रवि अग्रवाल, योगेंद्र शर्मा, नीरज अग्रवाल, नितिन गर्ग, अर¨वद ¨सह, नवीन अग्रवाल, रेनू वाष्र्णेय, पूनम गर्ग, रुचि गुप्ता, ¨पकी, अनीता, विनीता, विनोदवाला, मुक्ता गोयल आदि मौजूद रहे। डीएन शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।