Move to Jagran APP

फंदा लगाकर शराबी ने दी जान

चन्दौसी । शराबी ने सब कुछ बेच कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव से उठी दुर्गध ने मुहल्लेवासियों का

By Edited By: Published: Fri, 27 Mar 2015 10:40 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2015 10:40 PM (IST)
फंदा लगाकर शराबी ने दी जान

चन्दौसी । शराबी ने सब कुछ बेच कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव से उठी दुर्गध ने मुहल्लेवासियों का ध्यान खींचा तो उसकी मौत का खुलासा। सूचना पर पुलिस भी पहुंची लेकिन परिजनों ने कानूनी कार्रवाई से इंकार कर दिया। इस पर पंचायतनामा भर कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।

loksabha election banner

मामला नगर की आउटर कालोनी अशोक नगर का है। यह थाना बनियाठेर क्षेत्र में आती है। पिछले दिनों जेपी नगर जनपद के हसनपुर क्षेत्र के ग्राम पहेलिया निवासी चौधरी हरवीर पुत्र देवेंद्र सिंह ने मकान बनवाया और परिजनों के साथ रहने लगा। उसकी नशे की आदत से तंग आकर दो साल पहले पत्‍‌नी रीता, पुत्र और पुत्री को लेकर मायके चली गई। कुछ समय मां संतोष ने उसे सहारा दिया लेकिन वह नहीं सुधरा। इस पर मां भी उसे उसके हाल पर छोड़कर ग्राम आदमपुर स्थित अपने मायके चली गई।

इन दिनों घर पर हरवीर ही अकेला रहता था। उसने आसपास के लोगों को बता रखा था कि वह ड्राइवरी करता है लेकिन मुहल्ले वालों ने उसे कभी गाड़ी चलाते या गाड़ी लाते नहीं देखा। पत्‍‌नी के बाद जब मां भी चली गई तो अपनी शराब की लत पूरी करने के लिये उसने घर का सामान बेचना शुरू कर दिया। हालात यह हो गये कि उसने किवाड़ बेचने के साथ चौखट तक उतार कर बेच दीं। घर में कोई महिला, बच्चे थे नहीं सो पास पड़ोसियों का भी आवागमन नहीं था।

पास पड़ोसियों ने गुरुवार को दुर्गध महसूस की, रात में यह और बढ़ी तो उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हुई। जांच पड़ताल की तो दुर्गध हरवीर के मकान से आ रही थी। इस पर सूचना थाना बनियाठेर पुलिस को दी। थानाध्यक्ष योगेंद्र कृष्ण यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गये। दुर्गंध के कारण घर में घुसना मुश्किल था। पुलिस कर्मी अंदर पहुंचे तो चौधरी हरवीर का फांसी लगा शव रोशनदान से झूल रहा था।

इस बीच ग्राम आदमपुर से मृतक की मां संतोष अपने भाइयों आदि के साथ पहुंच गई। उन्होंने पुलिस को लिखकर दे दिया कि अपनी मौत के लिये हरवीर खुद जिम्मेदार है और उन्हें कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करनी है। एसओ के समझाने पर भी परिजन नहीं माने तो पंचायतनामा भरकर शव उनके हवाले कर दिया। अलबत्ता चौधरी हरवीर ने फांसी लगाकर कब आत्महत्या की, इसका खुलासा नहीं हो पाया।

मृतक की मां संतोष की मानें तो हरवीर पूरी तरह बिगड़ चुका था। नशे के लिये उसने गांव पहेलिया की जमीन बेचनी शुरू की तो गलत सोहबत से बचाने को गांव की जमीन एकमुश्त बेचकर चन्दौसी में मकान बनवाया। वहीं ग्राम आदमपुर में पंद्रह बीघा जमीन ली। इसे भी उसने बरबाद कर दिया। मकान की किवाड़, चौखट तक उसने शराब के लिये बेच दीं।

-----

मृतक नशेड़ी प्रवृत्ति का था। उसकी मां सहित पास पड़ोसियों ने इसकी तस्दीक की। परिजन पोस्टमार्टम कराने को राजी नहीं हुए। इस पर पंचायतनामा भर कर शव उनको सौंप दिया गया।

योगेंद्र कृष्ण यादव, थानाध्यक्ष, बनियाठेर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.