मायावती के दौरे से सहारनपुर के कई गांवों में हिंसा भड़की, 20 घायल, एक की मौत
दलित तथा राजपूतों के बीच सहारनपुर के शब्बीरपुर में अराजक माहौल आज बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के जाने के बाद और बिगड़ गया। पड़ोस के कई गांवों में हिंसा धधक उठी।
सहारनपुर (जेएनएन)। जातीय हिंसा की लपटों में घिरकर आज फिर सहारनपुर धधक उठा। शब्बीरपुर में मायावती के कार्यक्रम के बाद बडग़ांव क्षेत्र जातीय हिंसा की जबर्दस्त चपेट में आ गया। उपद्रवी युवाओं ने ठाकुरों के घरों व गलियों में पथराव किया और फिर बिटोरों व घरों में आग लगा दी। महिलाओं से दुष्कर्म का भी प्रयास किया। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के जाने के बाद प्रतिशोध में नकाबपोश युवकों ने दो स्थानों पर डेढ़ दर्जन से अधिक दलितों पर तलवार से ताबड़तोड़ हमले किये। गोली मारकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी। देर शाम बसपाइयों ने भी जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जमकर तोडफ़ोड़ व हंगामा किया।
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पुलिस के अनुसार मंगलवार को गांव शब्बीरपुर में बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के आने से जोश में आए भीम आर्मी से जुड़े दलित युवकों ने ठाकुरों के पांच घरों पर पथराव कर बिटोरों में आग लगा दी। गलियों में भी जमकर पथराव किया। डीएम एनपी ङ्क्षसह व एसएसपी सुभाष चंद दुबे मौके पर पहुंचकर पीडि़तों से बात कर रहे थे कि तभी ठाकुरों के पांच घरों में आगजनी की सूचना मिली।
देखें तस्वीरें : सहारनपुर में मायावती के स्वागत की जोरदार तैयारी
हालांकि दमकल ने तुरंत काबू पा लिया। यहां महिलाओं ने डीएम-एसएसपी को घेर कर शिकायत की कि भीम आर्मी के लोगों ने दुष्कर्म का भी प्रयास किया। दलित युवकों की इस अराजकता ने आग में घी डालने का काम किया। मायावती के रवाना होने के बाद सभा से लौट रहे बसपाई निशाना बनाए गए। शब्बीरपुर के पास के गांव चंदपुरा में नकाबपोश युवकों ने गांव सुवाहेड़ी लौट रही बसपा का झंडा लगी बुलेरो कार को रोक कर फूल ङ्क्षसह समेत चार लोगों को तलवार से लहूलुहान कर दिया जबकि अकबर को गोली मार दी।
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उधर हलालपुर गांव के पास भी गाड़ी रोककर गांव सुवाहेड़ी के आशीष व सचिन को गोली मारी गई जबकि नर सिंह समेत आठ लोगों पर तलवार से हमला किया। पुलिस ने सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नानौता लाने पर आशीष मृत घोषित कर दिया गया। बाकी सभी जिला अस्पताल भेजे गये। वहां से अकबर को हायर सेंटर रेफर किया गया। बसपाइयों पर हमलों का पता चलते ही हथियारबंद दलित घटना स्थल की ओर दौड़े लेकिन पुलिस ने आगे नहीं बढऩे दिया। अफवाह फैली तो आसपास के कई गांव में दलित व ठाकुर आमने-सामने आ गए। बडग़ांव में लोगों ने वाहनों को रोककर राहगीरों से मारपीट की। उधर देर रात सहारनपुर शहर में जगह-जगह दलितों का जमावड़ा होने से दहशत का माहौल है।
देखें तस्वीरें : मायावती के जाते ही सहारनपुर में हालात तनावपूर्ण
उपद्रवियों पर रासुका लगेगी
डीआइजी सहारनपुर जेके शाही ने कहा कि फिलहाल कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। 10 लोग हिरासत में हैं। हालात काबू में हैं। उपद्रवियों पर रासुका लगाएंगे। हमलों में एक युवक की मौत हुई जबकि डेढ़ दर्जन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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पांच मई को हुआ था
महाराणा प्रताप जयंती समारोह को लेकर गत 5 मई को गांव शब्बीरपुर में दलित व राजपूतों के बीच संघर्ष हुआ था। तब दलितों के करीब 57 घरों में आगजनी हुई। एक दर्जन से अधिक लोग हमले में घायल हुए थे, जबकि राजपूत पक्ष के युवक सुमित की मौत हो गई थी।
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