वायुसेना स्टेशन में कारगिल शहीद दिवस आज
सरसावा (सहारनपुर): देश के सम्मान व अस्मिता पर जब-जब भी किसी ने चोट करने की कोशिश की है तब-तब देशवास
सरसावा (सहारनपुर): देश के सम्मान व अस्मिता पर जब-जब भी किसी ने चोट करने की कोशिश की है तब-तब देशवासियों ने एकजुट होकर उन्हें ललकारा है। आतंकवादी गतिविधियों की वजह से ही भारतीय सेना को कारगिल में छद्म युद्ध का सामना करना पड़ा था। इस आपरेशन में वायु सेना सरसावा के चार वायु योद्धा वीरगति को प्राप्त हुए थे। 28 मई को उनकी 19 वी पुण्य तिथि पर वायुसेना स्टेशन में कारगिल शहीद दिवस मनाया जाता है।
कारगिल युद्ध के दौरान आपरेशन के अंतर्गत वायु सेना स्टेशन सरसावा के चार जांबाज वायु योद्धा स्कवाड्रन लीडर राजीव पुंडीर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मुहिलान, सार्जेट पीवीएन आर प्रसाद व सार्जेट आरके शाहू ने अपने अदम्य साहस व वीरता का परिचय देते हुए तोलो¨लग की बर्फीली चोटियों पर छिपे आतंकियों के ठिकानों पर अपने हेलीकॉप्टर की पूर्ण क्षमता के साथ वार किया तथा उन्हें वहां से खदेड़ने की कार्यवाही को अंजाम देते हुए 28 मई 1999 को अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया था। इस पर वायुसेना को गर्व है।
28 मई का दिन इन वायु योद्धाओं की 19 वीं पुण्यतिथि है। इन शहीदों की याद में वायु सेना स्टेशन सरसावा में कारगिल शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन वायु आफिसर कमां¨डग व सभी वायु योद्धा अपने परिवार के सदस्यों के साथ वायु सेना स्टेशन सरसावा के प्रांगण स्थित युद्ध स्मारक पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं तथा शहीदों की सर्वोच्च शहादत पर गर्व महसूस करते हैं।