आरपार की लड़ाई के मूड में निगमकर्मी
सहारनपुर : मेला गुघाल के सांस्कृतिक पंडाल प्रकरण में पुलिस द्वारा निगम अधिकारियों के विरुद्ध दर्ज मु
सहारनपुर : मेला गुघाल के सांस्कृतिक पंडाल प्रकरण में पुलिस द्वारा निगम अधिकारियों के विरुद्ध दर्ज मुकदमे के विरोध में समस्त कर्मचारी संगठन आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। कर्मचारियों ने इस प्रकरण को राजनीति से प्रेरित करार देते हुए धरना प्रदर्शन करने के साथ ही आंदोलन की शुरुआत कर दी है।
उप्र राज्य कर्मचारी संघ, अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ, नगर निकाय कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारियों ने शुक्रवार को नगर निगम में पुलिस की कार्रवाई के विरोध में धरना दिया। तमाम संगठन के पदाधिकारी बृजमोहन चनालिया, बाबूराम बेधड़क, चेतन चन्याने, बबलू बौहत व संजय भटनागर का कहना था कि मेला गुघाल वर्षों से निगम द्वारा आयोजित किया जाता रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के संयोजक गणमान्य लोगों को बनाया जाता है। कार्यक्रम में भीड़ अधिक होने के कारण पुलिस द्वारा दर्शकों को नियंत्रित करने के प्रयास में मची भगदड़ से दुर्घटना में एक व्यक्ति की जान चली गई। उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुर्घटना के लिए सीधे तौर पर किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। पुलिस द्वारा जिस प्रकार बिना जांच नगर आयुक्त व अपर नगर आयुक्त के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है, वह गलत है तथा भविष्य में निगम के कार्य प्रभावित होने का खतरा बन रहा है। आंदोलनकारियों का तो यहां तक कहना था कि यदि यही हालात रहे तो निगम द्वारा नाले-नालियों पर किए अतिक्रमण व कब्जे हटवाने पर भी निगम कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी, जिससे कार्य करना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराने की मांग करने के साथ ही चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन होगा। बाद में मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट हरिशंकर को सौंप कार्रवाई की मांग की। महेन्द्र बेदी, चौ. तिलक राज, रमेश कश्यप, सुनील घाघट, अब्दुल गफ्फार, अनवर सादात, संत कुमार, मनमोहन सूद, मुकेश चौधरी, विनोद घावरी, राकेश कल्याण, आदि मौजूद रहे।