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जिस मैदान पर कभी पाकिस्तान हारा था, वह बदहाल है

सहारनपुर : सहारनपुर में जनता रोड स्थित मैदान अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है। हॉकी प्रतियोगित

By Edited By: Published: Sun, 28 Aug 2016 11:31 PM (IST)Updated: Sun, 28 Aug 2016 11:31 PM (IST)
जिस मैदान पर कभी पाकिस्तान हारा था, वह बदहाल है

सहारनपुर : सहारनपुर में जनता रोड स्थित मैदान अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है। हॉकी प्रतियोगिता में पाकिस्तान की हार जैसे स्वर्णिम अवसर देखने वाले इस मैदान के बड़े हिस्से पर अवैध कब्जे कर लोगों ने भवन बना लिए हैं और जो हैं, उन पर सिर्फ गोबर ही नजर आते हैं।

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आजादी से पूर्व जनता रोड स्थित मैदान सहारनपुर का एक मात्र खेल मैदान होता था। उस समय यहां घुड़दौड़ तक का आयोजन होता था। हॉकी की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती थीं। 1964-65 में पाकिस्तान की हॉकी टीम दो मैच खेलने के लिए जब भारत दौरे पर आई थी तो उसे एक मैच इस मैदान पर भी खेलना था। यहां खेले गए मैच में सहारनपुर ने पाकिस्तान को 4-0 से हराया था। इसके बाद इस मैदान की स्थिति बदतर होती गई। वर्तमान में यह गोबर के ढेरों से अटा पड़ा है। इसके बड़े हिस्से पर अवैध कब्जा कर भवनों का निर्माण हो चुका है। मुख्य मार्ग पर मार्केट बन गया। यही हाल चकरौता रोड स्थित राजकीय क्रीड़ास्थल का है। यहां भी बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण होने के कारण पाकिस्तान से युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले फ्लाइंग आफीसर सुधीर त्यागी क्रिकेट टूर्नामेंट जैसे बड़े आयोजन संभव नहीं हो पा रहे।

स्कूलों में भी नहीं हैं मैदान

आधुनिकता की अंधी दौड़ में खेलकूद की संस्कृति भी काफी हद तक बदल गयी। तेजी से बढ़ते कंक्रीट के जंगल और बड़े-बड़े अपार्टमेंट की भीड़ में आज शहर के मोहल्लों में पार्क और खेल मैदान का अस्तित्व कम ही दिखाई पड़ता है। खेल मैदान की कमी के चलते बच्चों ने घर के अंदर ही वर्चुअल प्ले ग्राउंड बना डाला। सहारनपुर में 70 फीसदी में स्कूल-कालेजों में पर्याप्त खेल मैदान नहीं है। जिन स्कूलों में मैदान है, वहां खेल सामग्री नहीं है। स्कूलों-कालेजों में प्रतियोगिताएं तो आयोजित होती हैं, लेकिन अभ्यास के लिए मैदान न मिल पाने से प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं। खेल को बढ़ावा देने वाली सरकारी योजनाएं धनराशि की बंदरबांट में परवान नहीं चढ़ पा रही हैं।

कोच, न खेल शिक्षक

स्टेडियम व स्कूलों में पर्याप्त कोच व खेल शिक्षक नहीं हैं। हालांकि पिछले दो वर्षो में नगर विधायक राजीव गुंबर, नगर निगम व जिला प्रशासन ने वॉलीवाल, जूडो हाल, जिम तथा बॉक्सिंग ट्रैक का सुधार कराया है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी अजय सेठी का कहना है कि स्टेडियम के सौंदर्यीकरण के लिए छह लाख की धनराशि आवंटित हुई है।


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