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दलित छात्र-छात्राओं की क्यों नहीं आई शुल्क प्रतिपूर्ति?

सहारनपुर : शुल्क प्रतिपूर्ति न आने से परेशान जनपद के हजारों दलित-छात्राएं परेशान घूम रहे हैं। इनका क

By Edited By: Published: Wed, 29 Jul 2015 11:10 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2015 11:10 PM (IST)
दलित छात्र-छात्राओं की क्यों नहीं आई शुल्क प्रतिपूर्ति?

सहारनपुर : शुल्क प्रतिपूर्ति न आने से परेशान जनपद के हजारों दलित-छात्राएं परेशान घूम रहे हैं। इनका कहना है कि जब सब बच्चों की शुल्क प्रतिपूर्ति आ रही है तो उनकी क्यों काटी जा रही है। देवबंद कालेज के ऐसे ही छात्र-छात्राओं ने डीएम से मिलकर उन्हें इस समस्या से अवगत कराते हुए शुल्क प्रतिपूर्ति दिलाने की मांग की है।

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देवबंद कालेज आफ हायर एजुकेशन देवबंद के बीएड छात्रों को शुल्क प्रतिपूर्ति न मिलने से उनके सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। कालेज बार-बार फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है परंतु उनके पास इतना धन नहीं है कि वह फीस जमा कर सकें। बुधवार को उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शुल्क प्रतिपूर्ति जल्दी दिलवाए जाने की मांग की। छात्र विशेष कुमार, शबनम, सीमा रानी, विपिन कुमार, रुबी, मालती, अंकित कुमार, रविता देवी का कहना है कि वे सभी अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राएं हैं। शासनादेश के अनुसार उनकी शुल्क प्रतिपूर्ति 51,250 रुपए आने थे। मगर उनके खातों में सिर्फ पांच हजार रुपए ही आए हैं। इस शुल्क का भुगतान समाज कल्याण विभाग द्वारा कालेज को किया जाना था परंतु अभी तक समाज कल्याण विभाग द्वारा शुल्क का भुगतान नहीं किया गया। समाज कल्याण अधिकारी का कहना है कि कालेज की गलती के कारण शुल्क प्रतिपूर्ति कम आई है। जबकि कालेज का कहना है कि इसमें समाज कल्याण विभाग की गलती है। इसलिए दोनो की जांच कराकर उनकी शुल्क प्रतिपूर्ति दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि कालेज 51 हजार 250 रुपये शुल्क जमा करने का दबाव बना रहा है। शुल्क जमा न करने पर परीक्षा से वंचित करने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने मांग की है कि जल्द शुल्क का भुगतान करवाया जाए जिससे उनका भविष्य खराब न हो। इस मौके पर अनेक छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। जनपद में अकेले देवबंद ही नहीं करीब तीन दर्जन कालेज के दलित छात्र-छात्राओं की शुल्क प्रतिपूर्ति नहीं आने से हजारों बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।


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