ट्रैक्टर-ट्राली के पहिए टूटे, दून हाईवे जाम
सड़क दूधली/गागलहेड़ी (सहारनपुर) : नौगजा पीर के पास नागदेव नदी के पुल पर रेत से भरी ओवरलोड टै्रक्टर ट्
सड़क दूधली/गागलहेड़ी (सहारनपुर) : नौगजा पीर के पास नागदेव नदी के पुल पर रेत से भरी ओवरलोड टै्रक्टर ट्राली के पहिये टूटने से दून हाईवे जाम हो गया। दोनों ओर वाहनों की कई किलोमीटर तक लंबी लाइनें लग गई। काफी देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने क्रेन की सहायता से ट्राली को किनारे कर जाम खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन वाहनों की भीड़ के आगे पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो गई। दोबारा क्रेन बुलाकर ट्राली को पुल से हटवाना पड़ा। इस प्रक्रिया में करीब पांच घंटे का समय लग गया।
बुधवार सुबह रेत से भरी टै्रक्टर ट्राली सहारनपुर की ओर से देहरादून हाईवे होकर गागलहेड़ी की ओर जा रही थी। सुबह करीब आठ बजे जैसे ही ट्राली नौगजा पीर के पास नागदेव नदी के पुल पर पहुंची तो ट्राली के एक तरफ के पहिये टूट गए, जिससे ट्राली पुल पर फंस गई। ट्राली के संकरे पुल पर फंसने से वाहनों के पहिये जहां तहां जम गए। कुछ ही देर में दोनों ओर वाहनों की कई किलोमीटर लंबी कतारें लग गई। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। घंटों बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने क्रेन मंगवाकर किसी तरह ट्राली को किनारे तो करा दिया, लेकिन तब भी जाम नहीं खुल सका। भयंकर जाम के चलते कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। केवल राकेश केमिकल पुलिस चौकी से लैपर्ड पुलिसकर्मी जाम खुलवाने के लिए जूझते रहे। जाम गागलहेड़ी तक पहुंचने पर गागलहेड़ी थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे तथा जाम खुलवाया। कड़ी मशक्कत के बाद करीब पांच घंटे बाद वाहनों के पहिए अपनी जगह से खिसकने शुरू हुए। इस दौरान एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में कार चालकों ने हाईवे की दोनों लेन अवरुद्ध कर दी जिससे जाम खुलवाने में पुलिस के पसीने छूट गए।
वैकल्पिक मार्ग भी हुआ जाम
नौगजा पीर के पास जाम लगने के कारण गागलहेड़ी की ओर से सहारनपुर जाने वाले वाहन चालकों ने वापस आकर कैलाशपुर से वाया रसूलपुर पापड़ेकी, घोघरेकी होकर सहारनपुर पहुंचने का प्रयास किया। इसी बीच सामने से भी अन्य वाहन आ गए, जिस कारण गांव के छोटे रास्ते भी जाम हो गए। काफी देर बाद लोगों की मदद से यातायात सुचारु हो सका।
सैकड़ों साल पुराना है पुल
सड़क दूधली: जिस पुल पर ट्राली फंसने से कई घंटे जाम लगा, रहा वह अंग्रेजों के जमाने का बताया जाता है। जिले के सबसे अधिक व्यस्त हाईवे पर नागादेव नदी पर बने पुल की हालत खस्ता बताई जाती है। इस हाईवे पर 24 घंटे भारी यातायात रहता है तथा लाखों छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं। यह पुल हरियाणा, पंजाब, तथा हिमाचल आदि को देहरादून तथा हरिद्वार से जोड़ने को काम करता है। इस समय पुल संकरा होने के साथ ही साइड की दोनों दीवारें खस्ताहाल हैं जबकि पुल की सड़क में भी गड्ढे बन गए हैं। हालांकि मुजफ्फरनगर से नागल, गागलहेड़ी होकर सड़क को फोर लेन बनाए जाने की घोषणा से इस पुल के दिन भी बहुरने की आशा जगी है।