पारा से हारा सूरज
सहारनपुर : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्र में भी पड़ रहा है। सहारनपुर में गुरुवार को
सहारनपुर : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्र में भी पड़ रहा है। सहारनपुर में गुरुवार को सबसे ठंडा दिन रहा। शुक्रवार को भी ऐसे ही हालात रहे। सुबह से ही सूरज देवता के दर्शन नहीं हुए। तापमान में गिरावट के चलते दिनभर शीत व गलन की स्थिति रही। न्यूनतम तापमान तीन, जबकि अधिकतम 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाम होते ही अधिकांश सड़कें कोहरे की चादर में लिपटी नजर आई। बाजारों में ठंड का असर साफ दिखाई दिया। वहां सन्नाटा पसरा रहा। सरकारी कार्यालयों में भी सामान्य दिनों की तुलना में कम उपस्थिति रही।
बाजार को लगी ठंड
दो दिन से पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर बाजार पर भी पड़ने लगा है। गली-मोहल्लों में सुबह ही खुलने वाली दुकानें 10 बजे से पहले नहीं खुल रही हैं। मुख्य बाजार भी 11 बजे के बाद ही खुल रहे हैं, लेकिन ग्राहकों की कमी के कारण बाजार की रौनक भी इन दिनों गायब हो रही है। बाजारों में रेहड़ी वालों की संख्या कम ही नजर आ रही है। यही नहीं, शाम को दिन ढलते ही कोहरा पड़ने के बाद बाजार भी सुनसान होने लगे हैं।
अभी और गिरेगा पारा
मुजफ्फराबाद स्थित मौसम वेधशाला प्रभारी प्रदीप कुमार की मानें तो यदि हवाओं का चलना जारी रहता है, तो पारा और गिरेगा। खासतौर से पारे के अधिकतम स्तर में गिरावट शीत लहर बढ़ाएगी।
प्रशासन ने नहीं बांटे कंबल
जिला प्रशासन द्वारा गरीब बेसहारा व निराश्रित लोगों के लिए अभी तक भी कंबल का वितरण नहीं किया गया है। सड़क किनारे पड़े रहने वाले गरीब लोग छोटी-छोटी लकड़ी एकत्र कर उन्हें जलाकर शरीर को गरम करने का प्रयास कर रहे हैं।
बच्चे मांगने लगे छुट्टी
सड़क दूधली : हाड़ कंपा देने वाली ठंड के चलते सुबह सवेरे स्कूल जाने वाले बच्चों के मुंह से बस अब एक ही जुमला निकलता है। पापा, डीएम अंकल छुट्टी कब करेंगे। इतनी सर्दी हो रही है। स्कूल में ठंड लगती है। अभिभावकों का मन भी लाडलों को स्कूल भेजने को नहीं चाहता, लेकिन होम वर्क में पिछड़ने के डर से वह भी बच्चों को स्कूल छोड़ने निकल पड़ते हैं। बहरहाल, अभी तक डीएम ने ठंड के चलते अवकाश घोषित नहीं किया है।