Move to Jagran APP

वाहन ही नही, यहां बस अड्डे भी अवैध

By Edited By: Published: Fri, 22 Aug 2014 10:53 PM (IST)Updated: Fri, 22 Aug 2014 10:53 PM (IST)
वाहन ही नही, यहां बस अड्डे भी अवैध

अजय सक्सेना, सहारनपुर : केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आरटीओ समाप्त कर नई व्यवस्था शुरू करने की बात कही है। मानना है कि इससे आरटीओ के नाम पर चल रही दलाली समाप्त हो जाएगी। नई व्यवस्था की अभी रुप रेखा तैयार हो रही लेकिन इससे पूर्व परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली का निरीक्षण जरुरी है। जागरण टीम ने जब अभियान के तहत ट्रैफिक व्यवस्था का निरीक्षण का निरीक्षण करने पर पाया कि परिवहन विभाग द्वारा यहां अवैध वाहन नहीं बल्कि बस अड्डे तक नियम विरुद्ध संचालित कर यात्रियों के जीवन से खुला खिलवाड़ कराया जा रहा है।

loksabha election banner

सहारनपुर में दो रोडवेज बस स्टैण्ड के अलावा बेहट, चिलकाना सहित करीब 5 प्राइवेट बस स्टैण्ड है जिनसे विभिन्न मार्गो पर निजी बसों का संचालन किया जाता है तथा परिवहन विभाग से अनुमति प्राप्त कर संचालित किए जा रहे है। इन स्टैण्डों से चलने वाली निजी बसें केवल उन्हीं मार्गो पर संचालित की जाती है जिन मार्गो पर रोडवेज बस सेवा नहीं है। निजी स्टैण्डों करीब 196 बसों का प्रतिदिन संचालन होता है जबकि दो अन्य बस स्टैण्ड अवैध रुप से संचालित किए जा रहे है जिनसे करीब 80 निजी बसें संचालित की जा रही है। हद तो यह है कि इन स्टैण्डों तमाम उन मार्गो पर निजी बसों का संचालन किया जा रहा है जिन मार्गो पर रोडवेज बसें संचालित है तथा परिवहन निगम से लेकर जिला प्रशासन तक इन स्टैण्डों को छूने तक की हिम्मत नही जुटा पा रहा है।

इन अवैध स्टैण्डों से संचालित हो रही निजी बसें

सहारनपुर के रेलवे रोड रोडवेज बस स्टैण्ड के निकट नागल चंदेना कोली देवबंद तथा दर्पण सिनेमा के पास से गागलहेड़ी, भगवानपुर रुड़की के लिए निजी बसों का संचालन को खुले आम अवैध स्टैण्ड चलाये जा रहे है। जिन्हें एक एमएलसी व एक राज्यमंत्री का खुला संरक्षण है। खासबात यह है कि इन बसों के पास आरटीओं द्वारा जारी परमिट गागलहेड़ी से वाया भगवानपुर रुड़ी तथा पेपरमिल से लेकर वाया नागल, चंदेना कोली देवबंद के है।

टैक्सी स्टैण्ड भी अवैध व नियम विरुद्ध

रोडवेज बस स्टैण्ड के निकट टैक्सी स्टैण्ड व निजी बसों का संचालन नियम विरुद्ध होने के बावजूद वर्षो से रेलवे रोड स्टैण्ड के निकट टैक्स स्टैण्ड व प्राइवेट बस स्टैण्ड स्थित है। इसके अलावा चकरौता रोड स्थित विजय सिनेमा के निकट निजी कारों को टैक्सी रुप में संचालित करने को स्टैण्ड अवैध रुप से संचालित किया जा रहा है। हद तो यह है कि यहीं अवैध ट्रैवल्स एजेंसियों के कार्यालय परिवहन विभाग की मिली भगत से खुले है।

यात्रियों के जीवन से खुला खिलवाड़

परिवहन विभाग के संरक्षण में जिन बसों को महानगर से करीब 14 से 16 किमी दूरी से संचालित किया जाना था उन्हें हाइवे पर संचालित करने की छूट प्रदान की जा रही है। राजनेताओं के संरक्षण में इन बसों व टैक्सियों का संचालन करा यात्रियों के जीवन से खुला खिलवाड़ हो रहा है। यदि इन वाहनों से नागल स्कूल वैन कांड जैसी घटना होती है तो जिम्मेदार कौन होगा।

पूर्व में हुई थी कार्रवाई

परिवहन निगम द्वारा रोडवेज बस स्टैण्ड के निकट अवैध प्राइवेट बस स्टैण्ड व टैक्सी स्टैण्ड संचालन की शिकायत पर तात्कालिक कमिश्नर आरपी शुक्ला ने इन्हें हटाने के निर्देश दिए थे तथा बसों का संचालन रोक भी दिया गया था लेकिन उनकी सेवानिवृत्ति के बाद हालात फिर वैसे हो गए।

एआरटीओ लालाराम का कहना है कि अवैध स्टैण्डों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। बाहर की बसों को सहारनपुर से कैसे संचालित कराया जा रहा है, इसकी जांच करा कार्रवाई की जायेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.