22 दिन से लापता वृद्ध ने की आत्महत्या
बेहट (सहारनपुर) : 15 जुलाई से लापता ग्रामीण ने बेहट के पास नहर में छलांग लगा दी। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने नहर में उसकी तलाश की। करीब 3 घंटे बाद उसका शव कलसिया के पास से मिला। गुमशुदगी के दौरान इस व्यक्ति ने अपनी जमीन का बैनामा भी करा दिया। परिजन बैनामे वाले व्यक्ति पर आत्महत्या को उकसाने का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
थाना मिर्जापुर क्षेत्र के गांव नौगांवा के मजरा चक-अबाबाकरपुर निवासी दर्शन (60) पुत्र धनीराम 15 जुलाई को घर से लापता हो गया था। परिजन उसकी तभी से तलाश कर रहे थे। 14 अगस्त को उन्होंने हसनपुर निवासी एक व्यक्ति पर दर्शन के अपहरण का संदेह व्यक्त करते हुए एसडीएम से शिकायत भी की थी। शुक्रवार को सुबह शाकंभरी मार्ग पर स्थित नहर के पुल से दर्शन को पानी में छलांग लगा रहा था। गांव के ही ओमप्रकाश ने उसे देख परिजनों को सूचित किया। जानकारी मिलते ही परिजन व ग्रामीण दौड़े और उसकी तलाश में जुट गए। करीब 3 घंटे बाद दर्शन का शव कलसिया के निकट पूर्वी यमुना नहर में बहता हुआ मिला। उन्होंने शव को निकाल पुलिस को सूचित किया। मृतक के भाई राजेन्द्र ने बताया कि उसके भाई के नाम 5 बीघा जमीन थी। लापता होने के बाद भूमि का बैनामा 18 जुलाई को हसनपुर नौगांवा निवासी संतोष पत्नी रमेश के नाम कर दिया है। उन्होंने बताया कि भूमि के बदले लेनदेन की कोई जानकारी नहीं है। उसका कहना था कि 20 अगस्त को उन लोगों ने इस बैनामे के अमलदरामद पर रोक के लिए तहसील में आपत्ति लगा दी थी। मौके पर मौजूद परिजनों ने संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि उसे आत्महत्या के लिए उकसाया गया है। मौके पर मौजूद बेहट पुलिस ने मिर्जापुर पुलिस को सूचना देने के बाद शव का पंचायतनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।