दो पक्षों में खूनी संघर्ष,फायरिंग
छुटमलपुर (सहारनपुर) : पुलिस की चूक से शुक्रवार को तीन दिन से चले रहे मामूली विवाद ने उस वक्त खूनी संघर्ष का रुप ले लिया, जब नमाज अदा कर लौट रहे एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति पर हमला बोल दिया। इसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गया। दोनों तरफ से जमकर लाठी डंडे चले व पथराव हुआ। इस दौरान एक पक्ष द्वारा की गई फायरिंग की घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई और लोगों घरों में दुबक गये। मौके पर पहुंच पर पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला और गंभीर रुप से घायल हुए एक युवक को जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिसिया चूक की यह कहानी फतेहपुर थाने की हैं।
तीन दिन पहले गंदेवड़ा गांव निवासी इस्तफाक के भाई ने गाव के ही शाहजाद के साथ मारपीट की थी। उसने इसकी तहरीर भी थाना पुलिस को दी थी। पुलिस ने घटना को गंभीरता से नहीं लिया और मामला एनसीआर में दर्ज कर समझौते के खेल में उलझ गई। इसका परिणाम यह रहा कि शुक्रवार को जब इस्तफाक पुत्र अशफाक दोपहर को नमाज पढ़कर घर लौट रहा था। इसी दौरान दूसरे पक्ष के युवकों ने उस पर लाठी डडों से हमला बोल दिया। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसी जानकारी मिलते ही इस्तफाक पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गये। दोनों पक्षों में जमकर लाठी डडे चले और पथराव भी किया गया। इससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने बताया कि एक पक्ष द्वारा की गई हवाई फायरिंग की दहशत से लोगों घरों मे दुबक गये। पुलिस गांव पहुंची और किसी तरह से हालात काबू किए। घायल इस्तफाक को परिजन पहले सीएचसी फतेहपुर लेकर पहुंचे, जहां से डाक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस फायरिंग की बात से इन्कार कर रही है, जबकि ग्रामीण गोली चलने की बात कहते रहे थे और उन्होंने पुलिस को दीवार व टैंक पर लगे गोली के निशान भी दिखाए। ग्रामीणों का कहना था कि यदि पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो इतनी बड़ी घटना न होती। पुलिस का कहना है कि गाव के लोग दोनों के बीच समझौता कराने के प्रयास में लगे थे। इस संबंध में दो तीन बार पंचायत भी हो चुकी है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद फिर से इसी मामले को लेकर पंचायत होनी थी, लेकिन इससे पहले ही दोनों पक्षों के लोग एक दूसरे से भिड़ गये। इस मामले में इस्तफाक के परिजनों ने चार लोगों को नामजद करते हुए फतेहपुर थाने पर तहरीर दी है।