दियो में पहली बार सूनी हुई 'चांद रात'ं
सहारनपुर : 30 दिन के पवित्र रोजों के बाद आने वाली 'चांद रात'ं का इंतजार पूरे 29 दिन किया जाता है। सहारनपुर में 'चांद रात'ं इस बार सूनी सूनी रही है।
प्रत्येक वर्ष 'चांद रात'ं से कई दिन पूर्व ही बाजार तमाम तमाम रात खुले रहते थे। रोशनी से नहाये बाजारों की छटा देखते ही बनती थी। 'चांद रात'ं का इंतजार मुस्लिम समाज के लोग ईद की तरह करते थे। दीपावली की रौनक की तरह ही ईद के बाजारों में लोगो का भरी हुजूम उमड़ता था। इस बार जुमा अलविदा की नमाज तमाम खुशियों के साथ अदा करने के बाद लोग 'चांद रात'ं व ईद उल फितर की तैयारियों में जुट गए थे। लेकिन अराजक तत्वों के के कारण लाखों लोगो के अरमानों पर पानी फिर गया है। पूरे वर्ष नए कपड़ों, मीठे पकवान, शीर व शीरमाल का स्वाद बच्चों के मन में ईद की उमंगे भरता है। 'चांद रात'ं को बाजारों में अम्मी अब्बू के साथ घूम घूम कर खरीदारी करने व बाजारों में नए नए पोशाक खरीदने की मंशा मासूमों के मन में रह गई है। इस बार की 'चांद रात'ं पर बाजारों में न चूड़ियों की खनखनाहट है तथा न ही दुकानों से आवाज लगाकर सामान बेचने वाले। 'चांद रात'ं को बाजारों में पसरा सन्नाटा तथा तंद्रा भंग कर पुलिस की सायरन बजाती गाड़िया और पुलिसिया बूटों की आवाज ने इन मासूमों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। महानगर के तमाम बाजार सूने पड़े हैं।