पुलिस की 'निगाह' में चढ़े शहर को जलाने वाले
सहारनपुर : दंगे की आग में शहर को जलाने वाले पुलिस की निगाह में चढ़ चुके हैं। पुलिस ने साठ दंगाइयों को चिन्हित कर उनके नाम और पते जुटा लिए हैं, जिनकी गिरफ्तारी को लेकर दबिशें डालने की तैयारी की जा रही है। वहीं लखनऊ से जनपद में रह चुके अफसरों की टीम को दंगा शांत करने के लिए उतारा जा रहा है। देर शाम छह सीओ और दर्जनभर इंस्पेक्टर भेजे गए, जो सहारनपुर में तैनात रह चुके हैं।
इस दंगे के पीछे कोई बड़ी साजिश हो या किसी के इशारे पर किया गया हो। लेकिन दंगे में आगजनी से लेकर पथराव एवं फायरिंग करने वाले 60 लोगों के नाम पुलिस ने इंटेलीजेंस की पड़ताल में जुटा लिए है। आइजी आलोक शर्मा ने बताया कि, जो मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उनके अलावा पुलिस के पास ऐसे साठ लोगों के नाम आ चुके है, जो पथराव और फायरिंग और आगजनी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके है। पुलिस ने सबूत के आधार पर दंगाइयों के फोटों भी हासिल कर लिए है, जो विवेचना में सबूत के आधार पर लगाए जाएगे। ताकि उपद्रवियों को अदालत में सजा मिल सकें।
15 आइपीएस और 40 पीएसएस अफसरों ने संभाल मोर्चा
प्रदेश सरकार ने दंगे के बाद ऐसे पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को तलाशा है, जिनकी तैनाती सहारनपुर में रह चुकी है। पहले कमिश्नर रह चुके भुवनेश कुमार, एटीएस के डीआइजी दीपक रतन, सीओ विशाल विक्रम सिंह समेत कई पुलिस उपाधीक्षक शाम तक ऐसे पहुंचे है, जिनकी सहारनपुर में तैनाती रही है। इसी प्रकार से 15 आइपीएस अफसरों को उतारा गया है, जो पुलिस टीम से दंगे को समाप्त कर ही दम लेंगे।