ट्रांसफार्मर घोटाले में दो जेई निलंबित
सहारनपुर : सरकारी दस्तावेजों में हेराफेरी कर विभाग को लाखों रुपये का चूना लगाने के मामले में एसई ने विद्युत विभाग के दो अवर अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। बुधवार को दोनों जेई समेत 10 लोगों के खिलाफ एसडीओ ने गंगोह कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।
गंगोह क्षेत्र में पिछले काफी समय से ट्रांसफार्मरों के बदले जाने और खरीद में विभाग को फर्जीवाड़े की शिकायतें मिल रही थीं। मेडिकल कालेज के उद्घाटन के लिए 11 फरवरी को आए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दौरे से कुछ दिन पहले ही क्षेत्र के कुछ लोगों ने फर्जी कागजों के आधार पर मिलीभगत कर ट्रांसफार्मर ले लिए थे। इस मामले में एसडीओ रवि कुमार ने करीब एक माह पूर्व दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। जांच में खुलासा हुआ था कि गांव कुम्हारहेड़ा निवासी कृष्ण, सलारपुरा निवासी रेखा के ट्रांसफार्मर 25 केवी के स्थान पर 63 केवी के रखे थे। इनके 25 केवी के ट्रांसफार्मर झाड़वन के अरशद को बेच दिए गए थे। सुखेड़ी के मामचंद के फर्जी जोड़े दिखाकर बुड्ढ़ाखेड़ा में 63 केवी के ट्रांसफार्मर बेचे जाना पाया था। यह सब कारनामा कुछ ट्रांसफार्मरों को फुंका दिखाकर स्टोर से नए ट्रांसफार्मर लेकर कहीं ओर बेचे जाने के मामले भी रहे हैं। विद्युत विभाग के घोटाले के सामने आने के बाद लखनौती मार्ग स्थित 33 केवी बिजलीघर के एसडीओ ने दस लोगों को नामजद कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। विद्युत उप महाप्रबंधक वीके शर्मा ने बताया कि आरोपी दोनों अवर अभियंता अर्जुन सिंह व ओमेंद्रपाल को निलंबित कर दिया गया है, जबकि सहारनपुर भडार केंद्र के स्टोरकीपर राजीव तोमर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए संस्तुति की गई है। मामले की जांच के लिए मेरठ से ही जांच टीम बनाई जाएगी जो पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी।