मनरेगा में घपला, सीडीओ ने बनाई जांच कमेटी
रामपुर: बिलासपुर में मनरेगा में बड़े पैमाने पर घोटाले किए जा रहे हैं। तहसील के कई गांवों में बिना क
रामपुर: बिलासपुर में मनरेगा में बड़े पैमाने पर घोटाले किए जा रहे हैं। तहसील के कई गांवों में बिना काम कराए ही लाखों रुपये निकालने का मामला सामने आया है। इसको लेकर सीडीओ ने कड़ा रुख अपनाते हुए कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं।
तमाम कोशिशों के बाद भी मनरेगा से भ्रष्टाचार दूर नहीं हो रहा है। सरकारी धन की जमकर लूट खसोट की जा रही है। तालाब और नालियों की सफाई के नाम पर पैसे का बंदरबाट हो रहा है। अधिकारियों की सुस्ती के चलते दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में घपलेबाजों के हौसले बुलंद है। बिलासपुर तहसील की 113 ग्राम पंचायतों में तालाब और नालियों का फर्जी काम दिखाकर 75 लाख रुपये स्वीकृत करा लिए गए। साथ ही 45 लाख रुपये का भुगतान भी करा लिया गया। खौंदलपुर निवासी मिसरयार खां की शिकायत पर मुख्य विकास अधिकारी ने सभी ग्राम पंचायतों में स्वीकृत पैसे को निकालने पर रोक लगा दी है। साथ ही डीआरडीए के सहायक अभियंता प्रवीण कुमार शर्मा और परियोजना अर्थशास्त्री अशोक कुमार तिवारी की कमेटी बनाकर जांच बैठा दी है। गौरतलब है कि बिलासपुर तहसील के 25 गांवों की पहले ही जांच चल रही है, जिसमें 12 गांवों की जांच होने पर चालीस लाख से ज्यादा का घोटाला सामने आ चुका है। आठ गांवों की भी शिकायत मिली थी, जिसमें फर्जी काम दर्शाकर पांच लाख रुपये निकालने का मामला पकड़ में आया था। इसकी जांच पूरी होने के बावजूद भी अभी तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। मुख्य विकास अधिकारी भानू प्रताप ¨सह ने बताया कि पैसे के भुगतान पर रोक लगा दी है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार से सख्ती के साथ निपटा जाएगा।