आकाशवाणी चमाचम, पोस्ट ऑफिस भी पहले से बेहतर
रामपुर : स्वच्छ भारत अभियान का असर दिखने लगा है। आकाशवाणी पूरी तरह चमाचम है और पोस्ट ऑफिस के हालात भ
रामपुर : स्वच्छ भारत अभियान का असर दिखने लगा है। आकाशवाणी पूरी तरह चमाचम है और पोस्ट ऑफिस के हालात भी पहले से बेहतर हैं। हालांकि, यहां कुछ कर्मचारी सजग हों, तो पोस्ट ऑफिस पूरी तरह गंदगी मुक्त होगा।
स्वच्छता ही अच्छी सेहत का आधार है। यही वजह है केंद्र सरकार हो या फिर प्रदेश सरकार। हर स्तर पर साफ सफाई को लेकर विशेष जोर दिया जा रहा है। खुद प्रधानमंत्री, केंद्र सरकार के तमाम मंत्री और सांसद सड़कों पर झाड़ू लेकर उतरे, तो सरकारी विभागों में भी स्वच्छता के प्रति चेतना जागृत हुई। रामपुर की बात की जाए तो अधिकांश सरकारी दफ्तर स्वच्छता के मामले में पहले से बेहतर है। आकाशवाणी में भी साफ सफाई को लेकर विशेष जोर है। यहां सफाई कर्मियों के साथ ही विभागीय अफसर और कर्मचारी नियमित रूप से अपने अपने दफ्तरों की सफाई कराते हैं। यही नहीं अलमारियों से लेकर शौचालयों और यहां तक कि छतों तक की सफाई कराई जाती है। इसके अलावा जनजागरण के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। रिकार्डिंग का प्रसारण कर लोगों को स्वच्छता के लाभ और गंदगी के नुकसान के प्रति सजग किया जाता है। नगर पालिका और विभिन्न क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों से चर्चा कर कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं, ताकि लोग भी स्वच्छता के प्रति जागरूक हों। स्टेशन डायरेक्टर सरबत उस्मानी बताते हैं कि स्वच्छता की जो परिकल्पना की जा रही है, वह सिर्फ सरकारी तंत्र के बूते संभव नहीं है। लोगों की सहभागिता भी आवश्यक है। कार्यक्रम अधिशासी मंदीप कौर ने बताया कि स्वच्छता को लेकर पहले से विशेष ध्यान दिया जाता है। दफ्तर में बाहर से लेकर भीतर तक कहीं भी गंदगी नजर नहीं आई। पोस्ट ऑफिस परिसर भी साफ सुथरा था, लेकिन जगह जगह गंदगी भी नजर आई। यहां कर्मचारी भले ही लगातार सफाई करते हों, लेकिन बाबू इस पर ध्यान नहीं देते। दफ्तर के गेट के बराबर में पान की पीक से दीवार लाल नजर आ रही थी, तो चाय पीने के बाद कर्मचारियों ने डिस्पोजल भी ऐसे ही फेंक दिए थे। दफ्तर अंदर से पूरी तरह चमाचम था। परिसर में स्वच्छ भारत अभियान का बैनर भी लगा था, जो लोगों को जागरूक करने के मकसद से लगाया गया था।
आकाशवाणी में सफाई व्यवस्था बेहतर है। यहां चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से लेकर अफसरों तक खुद स्वच्छता के प्रति सजग रहते हैं। प्रतिदिन अपने अपने दफ्तरों की सफाई के बाद कार्य शुरू होता है। यह आवश्यक भी है, क्योंकि स्वच्छता नहीं होगा, तो वातावरण दूषित होगा, जो सेहत के लिए उचित नहीं है।
नरेश कुमार
सफाई बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने इस बात को समझा और इसे व्यापक स्वरूप दिया। आज लोगों में स्वच्छता के प्रति चेतना जागृत हुई है। हमारे दफ्तर में ही लोग छोटी छोटी गलतियों पर भी एक दूसरे को टोक देते हैं। यही वजह है आकाशवाणी में स्वच्छता का स्तर उच्चकोटि का है।
राजेन्द्र प्रसाद
पोस्ट ऑफिस में सफाई के लिए तमाम इंतजाम हैं, लेकिन कुछ कर्मचारी तो कुछ ग्राहकों की लापरवाही की वजह से परिसर में गंदगी हो जाती है। जहां तहां चाय के कप फेंक दिए जाते हैं, जो गलत है। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए, तभी सफाई व्यवस्था बनी रह सकती है।
फरीद
दफ्तर में साफ सफाई के लिए निरंतर कार्य होता है। कर्मचारी हर रोज सफाई करते हैं। अब साफ सफाई पहले से कहीं बेहतर है। कुछ ग्राहकों की वजह से जहां तहां कूड़ा नजर आता है, लेकिन उसे भी साफ करा दिया जाता है। सफाई होनी चाहिए और हम सभी के लिए जरूरी भी है।
नरेश