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तालाब की खोदाई को उतरे सैकड़ों ग्रामीण

रामपुर : दैनिक जागरण की ओर से चलाया जा रहा अभियान सरोवर हमारी धरोहर तेजी से रंग ला रहा है। इस अभिया

By Edited By: Published: Mon, 23 May 2016 10:02 PM (IST)Updated: Mon, 23 May 2016 10:02 PM (IST)
तालाब की खोदाई को उतरे सैकड़ों ग्रामीण

रामपुर : दैनिक जागरण की ओर से चलाया जा रहा अभियान सरोवर हमारी धरोहर तेजी से रंग ला रहा है। इस अभियान से प्रेरित होकर बल्लू की मड़ैया( मड़ैयान बल्लू) के ग्रामीणों ने अपने गांव के तालाब को आदर्श तालाब बनाने के लिए दूसरे दिन भी खोदाई की। ग्राम प्रधान अकरम अली समेत सैकड़ों ग्रामीणों ने श्रमदान किया। साथ ही तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर भी चर्चा की।

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तालाब हमारे जीवन का आधार हैं। किन्तु, गुजरते दिनों के साथ यह आधार कमजोर होता जा रहा है। शहर से लेकर गांवों तक तालाबों का अस्तित्व मिट रहा है। तमाम बड़े बड़े तालाब कंक्रीट की बि¨ल्डगों के नीचे दफन हो चुके हैं, जो बचे हैं उन तालाबों पर भी अतिक्रमण का सिलसिला तेज है। हालांकि, सरकारी स्तर पर तालाबों को बचाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सिस्टम की सुस्ती के चलते तालाबों का संरक्षण नहीं हो पा रहा है। लिहाजा, भूगर्भ जलस्तर पर भी इसका दुष्प्रभाव नजर आने लगा है। जिले के अधिकतर इलाके डार्क जोन में जा चुके हैं। चमरौआ ब्लॉक तो पिछले कई वर्षों से डार्क जोन में है। नलों और पंप सेटों के बो¨रग तक अब पहले के मुकाबले अधिक गहराई पर कराने पड़ रहे हैं। ऐसे में लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस बीच यदि अब भी तालाबों को बचाने के लिए ठोस प्रयास नहीं किए गए तो भविष्य की राह और भी कठिन होगी।

दैनिक जागरण ने भविष्य के इस संकट को महसूस किया और जल संरक्षण पर बल देते हुए इसे अपने सात सरोकारों में शामिल किया। यही नहीं दैनिक जागरण इस पूरे अभियान को व्यापक बनाने के लिए जमीन पर उतरने का निर्णय लिया और तालाबों को बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया। सरोवर हमारी धरोहर अभियान की शुरुआत की। लोगों को तालाबों का महत्व समझाया और ग्रामीणों संग तालाबों को बचाने की मुहिम शुरु कर दी। इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा। बल्लू की मडैया के ग्रामीणों ने दैनिक जागरण की इस मुहिम से प्रभावित होकर तालाब बचाने के प्रयास शुरु कर दिए और यही नहीं तालाब को आदर्श तालाब के रूप में विकसित करने का संकल्प ले लिया। इसके लिए गांव के सैकड़ों लोगों ने रविवार को श्रमदान किया और रातभर की बारिश के बाद सोमवार की सुबह होते ही फिर से ग्रामीण तालाब पर पहुंच गए। फावड़ों से तालाब की खुदाई शुरु कर दी और तसलों में मिट्टी भरकर पुश्ता बनाया। प्रधान अकरम अली ने ग्रामीणों संग श्रमदान किया। संकल्प लिया कि वे अपने तालाब को एक आदर्श तालाब बनाकर ही दम लेंगे। इस बीच ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों संग तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर भी चर्चा की।

तालाबों को बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। दैनिक जागरण ने जिस तरह से तालाब बचाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, अच्छा असर होगा। इस कार्य में सभी को सहयोग करना चाहिए। तालाब होंगे तो जलस्तर में भी सुधार आएगा और लोगों को लाभ मिलेगा।

शाहिद

पहले तालाबों के प्रति लोगों का विशेष महत्व था। लोग तालाबों का दैनिक जीवन में उपयोग करते थे, लेकिन गुजरते दिनों के साथ तालाब गायब हो गए। तालाबों पर कब्जे होने लगे, जिससे जलस्तर गिरने लगा। इन तालाबों को बचाना जरूरी है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है।

अफसर अली

तालाबों पर अतिक्रमण की समस्या हर जगह है। लोगों के घरों के नीचे तालाब दब गए। प्रशासनिक अफसरों ने भी तालाब बचाने की दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं किए, जिसे कारण समस्या बढ़ गई। अब गांव के तालाब को बचाने के लिए हर व्यक्ति को सहयोग करना होगा।

मंजूर अली

तालाब जलसंरक्षण का सबसे उत्तम साधन थे। गांवों का पानी भी तालाब में जाता था और बरसात का पानी भी एकत्र हो जाता था, लेकिन तालाब गायब होने पानी एकत्र नहीं हो पाता, जिस कारण जलस्तर गिर रहा है। समाज के सभी लोगों को तालाब बचाने की दिशा में आगे आना चाहिए।

लाखन ¨सह

तरक्की के जमाने में लोग प्राचीन परंपराओं और विरासत को भूल रहे हैं। इसीलिए, तालाबों का अस्तित्व भी सिमट गया है और इसका व्यापक नुकसान लोगों को हो रहा है। ऐसे में तालाबों के महत्व को समझना होगा। तालाब खोदने होंगे और उनका संरक्षण करना होगा।

राबिद

लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्हें समाप्त किया जा रहा है। तालाब भी हमारे लिए प्राकृतिक संपदा थे, लेकिन लोगों ने इसे नहीं समझा। अब भी तालाब नहीं बचाए गए तो और भी नुकसान होगा। सभी लोगों को चाहिए तालाब बचाएं और उन्हें संभालें।

छेदालाल

तालाबों पर तेजी से मकान बन रहे हैं। हर जगह यही हाल है, जिस कारण तालाबों को नुकसान हो रहा है और जलस्तर गिर रहा है। इस प्रवृत्ति को समाप्त करना होगा और तालाब बचाने होंगे। हर व्यक्ति को चाहिए कि वह गांव के तालाब को बचाए। ताकि, बरसात का पानी बर्बाद होने से बचाया जा सके।

महबूब

तालाब ग्रामीण परिवेश का आधार हैं, लेकिन लोगों ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया। अपने थोड़े से फायदे के लिए तालाब जैसी अमूल्य संपत्ति को क्षति पहुंचाई। अफसरों को तालाबों पर हो रहे अतिक्रमण को रोकना चाहिए। लोगों को जागरूक कर तालाब बचाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

लाखन

तालाब की खुदाई में महिलाओं ने भी किया सहयोग

रामपुर : दैनिक जागरण के सरोवर हमारी धरोहर अभियान के तहत ग्राम बल्लू की मडैया के तालाब को आदर्श तालाब के रूप में विकसित करने का कार्य चल रहा है। इस अभियान में ग्रामीण बढ़चढ़कर शिरकत कर रहे हैं। यहां तक महिलाएं भी गांव के तालाब के सौंदर्यीकरण में अपना योगदान देने से पीछे नहीं हट रहीं। सोमवार को गांव में तालाब पर राजवती पहुंची। सिर पर परात लिए यह महिला बोली हमने भले ही कभी सिर पर मिट्टी नहीं उठाई, लेकिन गांव का तालाब बचाना हमारी भी जिम्मेदारी है। हम भी इसमें सहयोग करेंगे। यह कहते हुए उन्होंने परात में मिट्टी भरवाई और पुश्ता बनाने लगीं। उन्होंने कहा कि तालाब के कई फायदे हैं। पशुओं के पीने के पानी का इंतजाम के साथ ही बरसात का पानी बर्बाद होने से बचता है। दैनिक जागरण की यह मुहिम अच्छी है और सभी महिलाओं को इस मुहिम में शामिल होना चाहिए।

दबंगों ने कब्जा लिया तालाब, ग्रामीणों का प्रदर्शनजागरण संवाददाता, रामपुर : ग्राम इन्छी की मडैयान कजराई के ग्रामीणों ने दबंगों पर तालाबा पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। बाद में डीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपकर तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की है।

सोमवार को तमाम ग्रामीण एकत्र होकर कलक्ट्रेट आ गए और नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगे। कुछ देर प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। ग्रामीणों का कहना था कि गांव के नजदीक बड़ा तालाब था। इस तालाब पर दबंगों ने अपनी दबंगई करते हुए अवैध कब्जा कर लिया। इस तालाब पर गांव के लोग अपने पशुओं को नहलाने और पानी पिलाने आते थे, लेकिन अब तालाब खत्म होने की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानियां हो रही हैं। तालाब से अतिक्रमण हटाने की बात कहते हैं, तो दबंग झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। ग्रामीणों ने तालाब से अतिक्रमण हटवाकर तालाब खुदवाने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में धर्मपाल, राम¨सह, ओमकार, विनोद कुमार, प्रेमपाल, चरन ¨सह, चन्द्रपाल, अजय, बाबूराम आदि ग्रामीण शामिल रहे।


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