कागजों से बाहर नहीं दौड़ पा रही सिटी बस
रामपुर । शहर में व्यवस्थित और सुलभ यातायात को लेकर शुरू की गई कवायद डेढ़ साल बाद भी जमीन पर नहीं आ स
रामपुर । शहर में व्यवस्थित और सुलभ यातायात को लेकर शुरू की गई कवायद डेढ़ साल बाद भी जमीन पर नहीं आ सकी है। सिटी बस चलाने को लेकर चार सौ करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों में ही फंसा है।
रामपुर को एक मॉर्डन सिटी की तर्ज पर विकसित करने की कवायद की जा रही है। जहां नागरिकों के लिए यातायात से लेकर सभी मूलभूत सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध हों। संसाधनों के लिहाज से कोई कमी न रहे। शहर सुन्दर दिखे। यातायात व्यवस्थित हो। लोगों को चंद किलोमीटर के फासले को तय करने में ज्यादा रुपये खर्च न करने पड़े। डग्गामार वाहनों से भी निजात मिल जाए। लोग आरामदायक सफर तय कर सकें। लिहाजा, इसके लिए डेढ़ साल पहले रामपुर में सिटी बस चलाने की कवायद शुरू की गई थी। दिल्ली की कंपनी कंस¨ल्टग इंजीनिय¨रग सर्विसेज की ओर से सिटी बस सेवा की डिटेल प्रोजेक्ट तैयार किया गया, जिस पर नगर पालिका से अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा गया था। पालिका ने तभी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया था, जिसके बाद कंपनी ने प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया था। चार सौ करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के तहत रामपुर में तीन-तीन एकड़ में दो बस डिपो बनाए जाने हैं, जहां सिटी बसें खड़ी होंगी। शहर में जगह जगह बस स्टैंड बनाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के अनुरूप शहर में 27 मिनी और 73 स्टैंडर्ड बसें चलाई जानी हैं। किन्तु, प्रोजेक्ट को अब तक मंजूरी नहीं मिल सकी। अफसरों के सुस्त रवैये के चलते प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों में ही दौड़ रहा है।
इन रूटों पर होना है बसों का संचालन
1. स्टार फ्लोर मिल से कोयला तक 19 किलोमीटर।
2. सींगनखेड़ा से मडैयान शादी तक 16.8 किलोमीटर।
3. मुरसैना से मडैयान शादी तक 19.4 किलोमीटर।
4. स्टार फ्लोर मिल से कल्याणपुर पट्टी तक 16 किलोमीटर।
5. कोयला से कल्याणपुर पट्टी तक 12.6 किलोमीटर।
6. स्टार फ्लोर मिल से कोयला तक वाया राष्ट्रीय राजमार्ग 24, कोठी खासबाग रोड, गायत्रीपुरम रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग 87।