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डिस्टलरी अधिकारियों और ठेकेदारों पर मुदकमा

जागरण संवाददाता, रामपुर : डिस्टलरी में चार मजदूरों की मौत के मामले में पुलिस ने फैक्ट्री प्रबंधन और

By Edited By: Published: Thu, 03 Sep 2015 10:33 PM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2015 10:33 PM (IST)
डिस्टलरी अधिकारियों और ठेकेदारों पर मुदकमा

जागरण संवाददाता, रामपुर : डिस्टलरी में चार मजदूरों की मौत के मामले में पुलिस ने फैक्ट्री प्रबंधन और ठेकेदारों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। सिविल लाइंस थाने में दर्ज रिपोर्ट में दो ठेकेदारों को नामजद किया है। डिस्टलरी की ओर से मृत मजदूरों के परिजनों को दस दस लाख के चेक भी सौंप दिए गए।सिविल लाइंस थाने में आगापुर का मझरा गांव निवासी मृतक 35 वर्षीय निर्मल ¨सह के भाई जयपाल ¨सह ने मुकदमा दर्ज कराया है। जयपाल ने तहरीर में कहा है कि उसका भाई पिछले 15 साल से डिस्टलरी में वे¨ल्डग का काम करता था। उसके भाई के साथ नासिर, पप्पू, सुंदर, रूप किशोर, नंद किशोर और रामवीर भी काम करते थे। बुधवार को ये सभी ठेकेदार शाहिद और सुरेश के ठेके में बायो गैस टैंक की सफाई के लिए गैस कटर से टैंक की दीवार काट रहे थे। बायोगैस टैंक से जहरीली गैस का रिसाव होने के कारण ये सभी बेहोश होकर टैंक के मलबे में गिर पड़े। यह देख वहां आसपास काम कर रहे मजदूरों ने शोर मचाया और सभी को मलबे से बाहर निकाला। उन्हें मुरादाबाद के साईं अस्पताल भिजवाया, जहां निर्मल, नासिर, पप्पू और सुंदर की मौत हो गई। जयपाल ने तहरीर में आरोप लगाया है कि जहरीली गैस के रिसाव को रोकने के लिए डिस्टलरी के महाप्रबंधक, उप प्रबंधक, यूनिट इंचार्ज और दोनों ठेकेदारों ने कोई उचित व्यवस्था नहीं की थी। इन सभी की लापरवाही से हादसा हुआ। जहरीली गैस के रिसाव को रोकने का इंतजाम किए बिना सातों मजदूरों को जोखिम भरे काम में लगाया गया। इससे पहले भी फैक्ट्री में जहरीली गैस के रिसाव से कई लोगों की मौत हो चुकी है।

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गौरतलब है कि रेडिको खेतान की डिस्टलरी में बुधवार को टैंक की सफाई के दौरान सात मजदूर मलबे में डूब गए थे। उन्हें मुरादाबाद के साईं अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां चार मजदूरों आगापुर का मझरा निवासी निर्मल ¨सह, पटवाई के थाना बीसरी गांव निवासी पप्पू, मुहल्ला थाना टीन के नासिर और केमरी के ग्राम स्वार खुर्द के सुंदर की मौत हो गई थी। घटना की जानकारी मिलने पर डीएम और एसपी समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीएम राकेश कुमार ¨सह के आदेश पर फैक्ट्री प्रबंधन ने मृतक आश्रित परिवारों को दस-दस लाख रुपये मुआवजे के चेक दिए। फैक्ट्री प्रबंधकों के मुताबिक सरकार की ओर से भी मुआवजा मिलने की उम्मीद है। डीएम के आदेश पर नगर मजिस्ट्रेट ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच भी शुरू कर दी गई है। आबकारी विभाग के अफसरों ने भी फैक्ट्री पहुंचकर निरीक्षण किया।

पुलिस की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार

रामपुर : डिस्टलरी में टैंक की सफाई के दौरान मरने वाले चारों मजदूरों का अंतिम संस्कार पुलिस की मौजूदगी में किया गया। एसपी ने इस संबंध में संबंधित थानाध्यक्षों को निर्देश दिए, जिसके बाद सिविल लाइंस, केमरी, पटवाई और गंज की पुलिस की एक-एक टीम बुधवार को मुरादाबाद पहुंची। शव पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के साथ वापस गांव आई और अपनी मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया।

डिस्टलरी के खिलाफ कलक्ट्रेट में प्रदर्शन

फोटो संख्या चार

रामपुर : जिला पंचायत सदस्य मोहम्मद अहसान के नेतृत्व में गुरुवार को ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पर डिस्टलरी के खिलाफ प्रदर्शन किया। राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा, जिसमें फैक्ट्री को आबादी से हटाने की मांग की। जिला पंचायत सदस्य के नेतृत्व में ग्रामीण कलक्ट्रेट पहुंचे। कलक्ट्रेट के गेट पर प्रदर्शन किया। कहा कि हाइवे पर स्थित रेडिको खेतान की डिस्टलरी में खतरनाक कैमिकल का इस्तेमाल होता है। फैक्ट्री के आसपास इलाकों में जहरीली गैस फैलती है। इसी जहरीली गैस से बुधवार को चार मजदूरों की मौत हो गई। तीन गंभीर हालत में मुरादाबाद के साईं अस्पताल में भर्ती हैं। प्रशासन ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने के बजाय उसे रफा दफा कर देता है। उन्होंने मरने वाले मजदूरों के परिवार को बीस-बीस लाख रुपये मुआवजा और परिवार के सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग भी की। प्रदर्शन करने वालों में नाजिर अली, मोहम्मद रेहान, रिजवान, जुबैर, मुफीद अहमद, रिजवान अली, सतपाल ¨सह आदि शामिल रहे।

भाजपाइयों ने जताया शोक

रामपुर : डिस्टलरी हादसे में मारे गए मजदूरों की आत्मा की शांति के लिए भाजपाइयों ने शोक सभा की। सांसद कार्यालय पर गुरुवार को भाजपाई इकट्ठा हुए। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। शोक जताने वालों में महा¨सह राजपूत, प्रमोद आहूजा, मोहन लोधी, जुगेश अरोरा, संजय नरूला, ध्यान ¨सह यादव, चोखे लाल, देवकरन गंगवार, संतोख खैरा आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता चौधरी देवेंद्र ¨सह ने की, जबकि संचालन अवधेश शर्मा ने किया। उधर, कांग्रेस की शहर कमेटी ने भी डिस्टलरी हादसे पर अफसोज जताया। शहर कांग्रेस के महासचिव अब्दुल जब्बार खां ने इसे फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही बताते हुए कहा कि इस हादसे की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।

फैक्ट्री के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी

रामपुर : डिस्टलरी में मजदूरों की मौत पर भाकियू ने फैक्ट्री के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। ग्राम पसियापुरा में गुरुवार को किसानों की पंचायत हुई, जिसमें भाकियू जिला सचिव मोहम्मद मुस्तकीम ने बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को दे दी है। उन्होंने मृतक परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए आंदोलन के लिए कहा है। भाकियू की मांग है कि फैक्ट्री प्रबंधन मृतक परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी दे। फैक्ट्री से निकलने वाले जहरीले पानी से अजीतपुर की आबादी को भी खतरा है। अजीतपुर में लगे हैंडपंपों का पानी भी बदबूदार और जहरीला हो गया है। पंचायत में रिजवान मियां, अवतार ¨सह, चंद्रपाल ¨सह, शुएब रजा, अजय कुमार, कल्बे अली प्रधान आदि शामिल रहे।

सीबीआइ से कराई जाएं जांच

रामपुर : मुहल्ला घेर जानस खां पीला तालाब निवासी बखा‌र्स्त सिपाही मोहम्मद रफी के घर पर हुई बैठक में श्रमिकों ने डिस्टलरी हादसे की सीबीआइ जांच कराने की मांग की। रफी ने कहा कि घटना दुखद है। इसके लिए फैक्ट्री प्रबंधन जिम्मेदार है। छह माह पहले भी आबकारी के दो सिपाही जहरीली गैस से मरे थे। तब फैक्ट्री के डायरेक्टर केपी ¨सह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। मजिस्ट्रेटी जांच भी हुई, लेकिन नतीजा कोई नहीं निकला। पुलिस की विवेचना दूसरे जिले को ट्रांसफर कर दी, जहां पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी। इसी तरह मजिस्ट्रेटी जांच का भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला। दोनों मामलों की शिकायत राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से करते हुए सीबीआइ जांच की मांग की जाएगी। बैठक में अपंजीकृत डिस्टलरी कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष भानु प्रताप ¨सह यादव, शाइन अख्तर, शबनम बेगम, विमला देवी, एहतेशाम, विशेष यादव, विकास यादव, आकाश यादव आदि मौजूद रहे।

फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही से हुआ हादसा

रामपुर : जन समर्थन दल की बैठक में भी डिस्टलरी हादसे पर अफसोस जताया गया। दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप कुमार सक्सेना ने कहा कि हादसा फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही से हुआ। वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मृतक आश्रित परिवारों को बीस-बीस लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। बैठक में अमरनाथ यादव, संजू अग्रवाल, विख्यात सक्सेना, राधा कृष्ण, अतुल सक्सेना, आकाश सक्सेना, राम प्रसाद आदि मौजूद रहे।

भास्कर ¨सह


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