शाहबाद तहसील में पसरा रहा सन्नाटा
शाहबाद। लेखपाल बनाम वकील प्रकरण में तहसील में काम बाधित होकर रह गया है। लेखपाल पर हमले के लिए जिन वक
शाहबाद। लेखपाल बनाम वकील प्रकरण में तहसील में काम बाधित होकर रह गया है। लेखपाल पर हमले के लिए जिन वकीलों को नामजद किया गया था उनके बिस्तर आज सूने पड़े रहे। वहीं तहसील में सन्नाटा सा छाया रहा। जिससे वादकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दो दिन पूर्व वकील मुनेश यादव ने सात लेखपालों के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में पांच लेखपालों का चालान किया जा चुका है। उधर लेखपाल सतेंद्र शर्मा ने मुनेश यादव समेत सात वकीलों के खिलाफ प्राणघातक हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
गुरुवार को सभी आरोपी वकील तहसील नहीं पहुंचे। उधर तहसील में अधिकतर वकीलों के चैंबर खाली दिखाई दिए। उपजिलाधिकारी व तहसीलदार के न होने से काम ठप रहा। कुछ वादकारी मौके पर पहुंचे मगर काम न होने के कारण निराश लौट गए। प्रकरण के चलते कई दिनों से तहसील का काम प्रभावित है और वादकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मिलक: शाहबाद में अधिवक्ताओं को झूठे मुकदमें में फंसाने का आरोप लगते हुए वकीलों ने सात सूत्रीय मांगपत्र डीएम को भेजा। आरोप लगाया कि प्रकरण में वकीलों को झूठा फंसाया गया है इसलिए प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए तथा लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वकीलों ने चेतावनी दी कि उनकी मांगों पर तत्काल कार्रवाई ही न हुई तो वे जिले भर के वकीलों के साथ एक मंच पर आकर न्यायिक कार्य ठप कर देंगे।