बसों में लगी खतरे की घंटी
रामपुर । रोडवेज बसों में लूट या फिर अन्य किसी प्रकार की दुर्घटना होने की स्थिति में तत्काल राहत पहु
रामपुर । रोडवेज बसों में लूट या फिर अन्य किसी प्रकार की दुर्घटना होने की स्थिति में तत्काल राहत पहुंचाने के लिए विभाग ने तकनीक का सहारा लिया है। इसके लिए बसों में एसओएस (सेव अवर सोल)बटन लगाए गए हैं। किसी भी प्रकार का खतरा होने पर चालक इस बटन को दबाएगा, जिसके बाद तुरंत बस तक मदद पहुंचाई जाएगी।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में अक्सर लूट की घटनाएं हो जाती है। बसें दुर्घटनाग्रस्त भी होती रहती है, लेकिन समय से जानकारी न होने के कारण मदद नहीं पहुंच पाती है। इससे विभाग और यात्रियों को जानमाल का नुकसान होता है। किन्तु, अब ऐसा नहीं होगा। इस प्रकार की घटनाओं के बाद तत्काल राहत पहुंचाने के मकसद से विभाग ने तकनीक की मदद ली है। बसों में वीटीएस (व्हीकल ट्रे¨कग सिस्टम) लगाया गया है। इसी सिस्टम से जोड़कर बसों में चालक सीट के पास एक एसओएस बटन लगाया गया है। यह बटन लाल रंग का है। किसी भी प्रकार की अनहोनी पर चालक को सिर्फ यह बटन दबाना होगा। बटन दबाते ही तुरंत संबंधित डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एवं मुख्यालय को अलर्ट मिल जाएगा। इस तरह वीटीएस के जरिए बस की लोकेशन पता लग जाएगी और अफसर तुरंत राहत पहुंचाने का काम करेंगे। एसओएस बटन का विकल्प अब तक मोबाइल फोन में प्रयोग किया जाता रहा है, जिसके तहत इमरजेंसी नम्बरों पर कॉल की जा सकती है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एनके वर्मा ने बताया कि बटन सिर्फ आपातकाल की स्थिति में ही दबाने की अनुमति है। इस तकनीक के जरिए एआरएम और बड़े अफसरों के मोबाइल से लेकर कंप्यूटर तक पर अलर्ट आता है, जिस पर अफसरों को त्वरित कार्रवाई करनी होगी। इस तरह समय से राहत पहुंचेगी और संबंधित थाने की पुलिस को सूचना दी जा सकेगी।