बापू ने कांग्रेस को दी थी नई दिशा
रामपुर । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर कांग्रेसियों ने याद किया और गांधी समाधि पर पुष्प
रामपुर । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर कांग्रेसियों ने याद किया और गांधी समाधि पर पुष्प अर्पित किए।
शुक्रवार को कांगेस कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए। उन्होंने गांधीजी के जीवन पर प्रकाश डाला। इस मौके पर शहर अध्यक्ष मामून शाह खां ने कहा कि गांधी जी कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। तब उन्होंने पार्टी को नई दिशा दी थी। गांधीजी के जीवन से युवाओं को प्रेरणा लेना चाहिए। उनके बताए रास्ते पर चलें। जिला महासचिव फैसल खां लाला ने कहा कि गांधीजी ने अफ्रीका में रहकर नस्लीय भेदभाव का विरोध किया था। उन्होंने अश्वेतों की आवाज उठाई थी। इसी तरह अब भी हो रहे भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। बाद में कार्यकर्ता गांधी समाधि पर पहुंचे और पुष्प अर्पित किए।
इस अवसर पर एसके अग्रवाल, सिफत अली खां, महेन्द्र सक्सैना, अली अब्बास, अब्दुल शकील खां, रामगोपाल सैनी, अब्दुल खालिद खां, नरेश कुमार रवि, शैजी राहुल, अहसास खां, ऐजाज हुसैन, शाहवेज अंसारी, आमिर मियां, नोमान खां, सैय्यद फैसल हसन, अदील मियां, आमिर कुरैशी, आमिर मियां, अब्दुल जब्बाद खां आदि शामिल रहे।
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छात्रों ने मोमबत्ती जलाकर दी श्रद्धांजलि
रामपुर : राजकीय रजा स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्रों ने गांधी समाधि पर मोमबत्ती जलाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष अयान खां ने कहा कि गांधी जी ने हमारे देश को आजाद कराया। उन्होंने गांधी जी के बलिदानों को हमेशा याद रखने को कहा। इस मौके पर फैजान शाह खां, अदनान यार खां, रेहान, सादिक, मोईन मियां, मंजू खां, अमानत, समीर, मोहसिन, शहाब आदि मौजूद रहे। राजकीय जुल्फिकार कन्या इंटर कालेज में शिक्षिकाओं और छात्राओं ने दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी। प्रधानाचार्या डॉ. शालू कौशल, शमीम खान, जमाल फात्मा, इफ्फत जहां, वीणा शर्मा, रचना चतुर्वेदी, सीमा रानी, रेनू देवी, अमिता श्रीवास्तव, वर्षा, फरहा, देवी भट्ट आदि रही।
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गांधी जी से प्रेरणा लें
रामपुर : राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में पिछड़ा वर्ग के जिला कोआर्डिनेटर मोहम्मद हुसैन साबरी ने मीटिंग में कहा है कि राष्ट्रपिता गांधी जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। हिन्दुस्तान में सभी मजहब खुशनुमा गुलदस्ते की तरह हैं, जिन्हें आपस में मिलजुलकर रहना चाहिए। यह भी याद रखना चाहिए कि नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को गांधी जी के गोली मार दी। मीटिंग में मुख्तार हुसैन, हाफिज अनवार हुसैन, लईक खां, गुलाम साबिर, मुर्शद अहमद, मुकर्रम मियां, अमीर अहमद अंसारी, अजीम खां, फईम अंसारी, बाबू खां, अहमद अली, सरफुद्दीन सैफी आदि शामिल रहे।