जाम का केंद्र बना राम रहीम सेतु
रामपुर। ज्वालानगर और सिविल लाइंस को जोड़ने वाला एक मात्र पुल इन दिनों जाम प्वाइंट बन गया है। यहां लो
रामपुर। ज्वालानगर और सिविल लाइंस को जोड़ने वाला एक मात्र पुल इन दिनों जाम प्वाइंट बन गया है। यहां लोग पुल पर ही वाहन खड़े कर बाजार में खरीदारी करने में जुट जाते हैं। उल्टे सीधे खड़े इन्हीं वाहनों की वजह पुल पर जाम लग जाता है। घंटों की मशक्कत के बाद भी लोग जाम से नहीं निकल पाते। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ज्वालानगर रेलवे क्रॉसिंग पर जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए राम रहीम सेतु का निर्माण कराया गया है। वर्ष 2006 में पुल के चालू होने से लोगों को जाम से निजात भी मिली और आवागमन सुगम हो गया। किन्तु, सिस्टम की लाचारी के चलते अब राम रहीम सेतु भी जाम प्वाइंट में तब्दील हो गया है। दरअसल, पुल के ज्वालानगर वाले छोर पर सब्जी मंडी है। यहां दिन भर खरीदारी करने वालों की भीड़ रहती है। चूंकि, क्षेत्र में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है, लिहाजा लोग सड़क किनारे ही वाहन खड़े कर देते हैं। यदि सड़क किनारे भी जगह नहीं मिलती तो राम रहीम सेतु पर ही वाहनों की कतार लग जाती है। इससे पुल का रास्ता संकरा हो जाता है और जाम की समस्या खड़ी हो जाती है। इसके अलावा पुल पर भारी वाहन भी खूब चल रहे हैं। आए दिन कोई न कोई वाहन खराब हो जाता है। ऐसे में दिक्कत ज्यादा हो जाती है। सबसे अधिक परेशानी स्कूलों के अवकाश के समय होती है, जब बड़ी तादात में स्कूल बसें आती जाती हैं। वहीं, पुल पर ट्रैफिक ज्यादा होना भी जाम की एक वजह है। कभी कभी तो एक-एक, दो-दो घंटे पुल पर ही बीत जाते हैं। हालांकि, जाम की समस्या से निपटने के लिए पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगी रहती है, लेकिन पुलिस कर्मी कभी ड्यूटी पर नजर नहीं आते हैं। नतीजतन, जाम की समस्या दिन व दिन बढ़ती जा रही है।
ज्वालानगर स्थित रफत कालोनी निवासी मदन सिंह कहते हैं कि पुल पर उल्टे सीधे खड़े वाहनों की वजह से जाम की स्थिति बनती है। इससे बड़ी समस्या होती है। कई बार तो पनवड़िया घूमकर आना पड़ता है। पुलिस को चाहिए कि पुल पर वाहन खड़े होने से रोके जाएं। टेलर की दुकान चलाने वाले समीर की मानें तो जाम की वजह से उन्हें कई बार काफी नुकसान हो जाता है। सामान लेने के तो सिविल लाइंस ही आना होता है, लेकिन जाम के चलते काफी देर हो जाती है। इससे काम प्रभावित होता है। जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस को ठोस कदम उठाने चाहिए।
टीएसआइ जगदीश सिंह का कहना है कि पुल पर वाहन खड़े करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुल पर जहां-तहां खड़े वाहनों को रिकवरी वाहन से उठाया जाएगा। उनका चालान किया जाएगा।