साठ हजार की आबादी पर मात्र एक ओवरहैड टैंक
रामपुर। टांडा नगर पालिका परिषद के प्रयास के बावजूद पानी की किल्लत कम नहीं हो पा रही है। एक मात्र ओव
रामपुर। टांडा नगर पालिका परिषद के प्रयास के बावजूद पानी की किल्लत कम नहीं हो पा रही है। एक मात्र ओवरहेड टैंक पूरे नगर की पानी की आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ है।
नगर में ओवरहेड टैंक का निर्माण वर्ष 1977 में हुआ था, जो मात्र सवा लाख गैलन पानी की क्षमता का था। दस हजार की जनसंख्या के लिए पर्याप्त था। वर्तमान में नगर की जनसंख्या बढ़कर 60 हजार से भी अधिक हो गई है। इसके लिए उक्त टैंक का पानी एक घंटे के लिए भी पर्याप्त नहीं है। वर्तमान में नगर पालिका द्वारा पांच नलकूप व 13 सबमर्सिबल पंपों द्वारा नगर को पानी सप्लाई की पूर्ति का प्रयास किया जा रहा है। नलकूप व सबमर्सिबल तभी चालू होते हैं। जब बिजली आती है और विद्युतापूर्ति बंद होते ही पानी की सप्लाई भी बंद हो जाती है। बिजली कम आने से पानी की किल्लत भी बढ़ जाती है। वर्तमान में बिजली का कोई शेडयूल नहीं है। दिन में आ रही है पर उसमें भी लोकल फाल्ट तथा ट्रिपिंग के कारण विद्युतापूर्ति घंटों ठप रहती है। रात कटौती पूरी तरह लगातार जारी रहने से रात में पानी की सप्लाई बंद हो जाती है जिससे नगरवासियों को पीने के पानी को हैंडपंप का सहारा लेना पड़ता है। ओवरहेड टैंक के बजाय सीधे पंपों से पानी सप्लाई होने से नगरवासियों को पानी नहीं मिल पाता, क्योंकि पानी को शुद्ध करने को ब्लीचिंग पाउडर आदि दवाएं जो टैंक के माध्यम से पाइपों के द्वारा पानी में मिलती है और वह पानी घरों तक पहुंचता है। पानी न मिलने से डायरिया, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ गया है। नगर विकास मंत्री द्वारा नगर में पानी की समस्या के समाधान को दो ओवरहेड टैंक की घोषणा की थी।
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पानी की समस्या शीघ्र दूर हो जाएगी। नगर में तीन ओवरहेड टैंक के निर्माण का प्रस्ताव भेज दिया गया है। नगर में जगह भी चिह्नित कर ली गई है। शीघ्र स्वीकृत होने की उम्मीद है।
शहाबुद्दीन गौरी, पालिकाध्यक्ष