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अनुशासन प्रिय होता है राम भक्त

By Edited By: Published: Thu, 31 Jul 2014 12:15 AM (IST)Updated: Thu, 31 Jul 2014 12:15 AM (IST)
अनुशासन प्रिय होता है राम भक्त

रामपुर। मुहल्ला चाह इंछाराम स्थित श्री सनातन धर्म सभा रामेश्वरम धाम मंदिर में चल रही श्री राम कथा में बुधवार को कथा वाचक पंडित भैय्या लाल शुक्ल ने भगवान श्री राम की भक्ति के महत्व का उजागर किया।

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उन्होंने कहा कि श्री राम का भक्त अनुशासन प्रिय और कर्तव्य निष्ठ होता है। वह अपने जीवन को अनुशासित और कर्तव्यों को भली भांति निभाता है। भगवान श्री राम ने अपने कर्तव्यों व दायित्वों का पालन कुशलता से निभाया। उनकी भक्ति से हमारे अंदर यह कुशलता का भाव जागृत होता है और हमारा जीवन मर्यादा की सुंदर माला से सुशोभित होता है। इस दौरान भगवान श्री राम की महिमा का गुणगान करते हुए मनोहारी भजन गाए गए। श्रद्धालुओं ने भक्ति में मगन होकर नृत्य किया। बाद में आरती और सभी को प्रसाद बांटा गया। प्रमिल कुमार शर्मा, राजीव अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, पंडित ईज्य पाठक, श्याम, रजत, नितिन, सुशील गुप्ता, श्री राम, नितिश, राम गुप्ता, अतुल गुप्ता, आदि ने सहयोग किया।


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