बारगाह-ए-इलाही में झुके लाखों सिर
रामपुर। ईद पर बारगाह-ए-इलाही में लाखों सिर झुके। ईदगाह और जामा मस्जिद समेत शहर की तमाम मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। मस्जिदें नमाजियों से खचाखच भर गई। सड़कों पर भी नमाज अदा की गई।
ईद की तैयारी कई रोज से की जा रही थी, लेकिन सोमवार की देर शाम चांद का ऐलान होने से ईद की खुशी और बढ़ गई। मंगलवार को फज्र की नमाज के बाद से ही लोगों ने ईद की नमाज की तैयारी की। नए लिबास में तैयार होकर लोग नमाज के लिए ईदगाह और मस्जिदों की ओर निकल पड़े। इस बार ईदगाह में नमाज सुबह साढ़े सात बजे हुई। इसलिए छह बजे से ही लोगों का ईदगाह पहुंचना शुरू हो गया था। सात बजे तक ईदगाह भर गई। इसके बाद पहुंचने वालों को सड़क पर जगह मिल सकी। ईदगाह रोड, बरेली गेट रोड, नगर पालिका रोड और सुपर मार्केट के पास तक सड़कों पर नमाजी थे। ईदगाह में शहर काजी सैयद खुशनूद मियां ने नमाज अदा कराई। इस मौके पर उन्होंने रमजान माह की फजीलत भी बयान की। उन्होंने कहा कि इस बार रमजान में मौसम गर्म रहा, लेकिन अल्लाह ने जिन्हें तौफीक अता फरमाई, उन्होंने रोजे रखे। नमाज भी पढ़ी और ऐतिकाफ भी किया। जकात, खैरात सदका भी अदा किया और अल्लाह के दरबार में अपने गुनाहों से मगफिरत चाही। आज जो बंदा खुदा के दरबार में गिड़गिड़ाता है, खुदा उस पर रहमतें नाजिल फरमाता है। बेशुमार इनामात अता फरमाता है। खुदा फरमाता है कि हर अमल का बदला दिया जाएगा, लेकिन रोजा बंदे ने खास मेरे लिए रखा है, इसलिए रोजे का बदला फरिश्तों से नहीं दिलाया जाएगा, मैं खुद दूंगा। मेरी रजा हासिल करने के लिए मशक्कत उठाई है। आशिक बनकर मेरे लिए खाना-पीना छोड़ा। उन्हें हस्र के मैदान में अपने दीदार से मुशर्रफ फरमाउंगा।
ईद की नमाज के बाद लोगों ने गले मिलकर एक दूसरे को मुबारकबाद दी, जिसका सिलसिला जारी रहा। जामा मस्जिद में शहर इमाम मुफ्ती महबूब अली ने ईद की नमाज अदा कराई। उन्होंने तकरीर में रमजान माह की अहमियत बयान की। जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के सचिव मुकर्रम रजा इनायती ने बताया कि ईदगाह में करीब साठ हजार लोगों ने नमाज अदा की। उधर मोती मस्जिद, कोयले वाली मस्जिद, राजद्वारा मस्जिद, एक मीनार वाली मस्जिद, मदीना मस्जिद, कचहरी की मस्जिद, मीना बाजार की मस्जिद, रेलवे स्टेशन की मस्जिद, ज्वालानगर, अजीतपुर की मदीना मस्जिद, लाल मस्जिद आदि में ईद की नमाज अदा की गई। मस्जिदें नमाजियों से भर गई।
यहूदी मुसलमानों के सबसे बड़े दुश्मन
रामपुर: शहर काजी सैयद खुशनूद मियां ने ईद की नमाज के दौरान तकरीर में फिलिस्तीन के मुसलमानों का दर्द बयां किया। कहा कि यहूदी मुसलमानों के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
उन्होंने कहा कि इस्राईल अल्लाह के बंदों से सितम के साथ पेश आ रहा है। फिलिस्तीन में आबादी पर बम गिराए जा रहे हैं। निहत्थे मुसलमानों पर जुल्म कर रहा है। उन्होंने कहा कि यहूदी मुसलमानों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। ईसाई दोस्त बन सकते हैं। एक दिन बनेंगे, लेकिन यहूदी नहीं सुधरेंगे। यहूदी एक रोज रुस्वा और जलील भी होंगे। शहर काजी ने कहा कि सहारनपुर और दूसरे शहरों में दंगे हो रहे हैं, लेकिन जो सैकुलर जहन रखने वाले हैं वह दंगा नहीं चाहते हैं। कुछ शरारती लोग सभी को बेचैन कर देते हैं। उन्हें याद रखना चाहिए कि, अल्लाह की ताकत सबसे बड़ी है, जो अल्लाह की बंदगी करता है अल्लाह उसकी मदद फरमाता है।
जौहर यूनिवर्सिटी के लिए दुआ
रामपुर : ईदगाह में नमाज के दौरान शहर काजी सैयद खुशनूद मियां ने दुआ कराई। देश और शहर में अमन-चैन कायम रखने को दुआ की गई। साथ ही मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की तरक्की के लिए भी दुआ की गई। अल्पसंख्यक किरदार मिलने पर अल्लाह का शुक्र अदा किया गया। रामपुर पब्लिक स्कूल के लिए भी दुआ की।
शहर में लगा मेला
रामपुर : शहर में कोतवाली के पास ईद का मेला लगा, जिसमें काफी भीड़ रही। खासकर मेले में बच्चों ने खरीदारी की। इसके चलते रोड पर जाम की स्थिति बन गई। देर रात तक मेले में भीड़ जमा रही।