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कुरआन से दुनिया और आखिरत में कामयाबी

By Edited By: Published: Wed, 23 Apr 2014 11:21 PM (IST)Updated: Wed, 23 Apr 2014 11:21 PM (IST)
कुरआन से दुनिया और आखिरत में कामयाबी

रामपुर । छात्रा के कुरआन हिफ्ज करने पर उलेमाओं ने कुरआन की तारीफ बयान करते कहा कि यदि इंसान कुरआन पर अमल करे तो दुनिया और आखिरत दोनों में कामयाब हो जाएगा।

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टांडा के मुहल्ला टण्डोली निवासी लियाकत अली की 11 वर्षीय पुत्री अनम नूर ने मदरसा दारुल उलूम में मौलाना काशिफ अली की देखरेख में पौने दो वर्ष में कुरआन हिफ्ज किया। इस अवसर पर सहारनपुर मदरसा के मोहतमिम मौलाना जान मोहम्मद ने कहा कि कुरआन अल्लाह का ऐसा कलाम है जिसमें हर परेशानी, मसले का हल है। यदि इंसान इस पर दिल से अमल करें तो अल्लाह की रजा हासिल होने के साथ ही उसके लिए जन्नत का रास्ता आसान हो जाएगा। कुरआन के पढ़ने, सुनने व पढ़ाने में भी सवाब है। इससे पूर्व मौलाना ने छात्रा अनम नूर का कुरआन सुनकर उसकी तारीफ की कि बहुत कम उम्र में उसने कुरआन हिफ्ज किया। अंत में दुआ कराई। संचालन मौलाना नदीम ने किया। इस अवसर पर मौलाना मोहम्मद असलम मजाहिरी, मुफ्ती मुजफ्फर अली, मौलाना मोहम्मद फारुक, मौलाना कुद्दुस, मौलाना राफिकुल, मास्टर मोहम्मद यूसुफ, मौलाना काशिफ आदि मौजूद रहे।


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