धरती बचानी है तो वृक्षों का संरक्षण जरूरी
एकजुटता से ही हो सकेगी पर्यावरण की सुरक्षा
फोटो- 10 सेमरौता में पर्यावरण गोष्ठी। जागरण
सेमरौता, 8 अप्रैल : पेड़ हमारे जीवन साथी, भूमि हवा पानी की थाती। पर्यावरण की रक्षा में वृक्ष महत्वपूर्ण घटक है यदि वृक्ष नही रहे तो सृष्टि नष्ट हो जायेगी। यह उद्गार सेमरौता कस्बे में आयोजित पर्यावरण गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए दिए पीयूष प्रसार संस्थान के अध्यक्ष रवि भूषण श्रीवास्तव ने व्यक्त किये।
श्रीवास्तव ने कहा कि कुरान शरीफ में लिखा है कि हरे पेड़ को काटने वाले को खुदा माफ नही करता और अग्नि पुराण में लिखा है कि जो वृक्ष लगाते है वे तीन हजार पितरों को तारते हैं। वाराह पुराण में लिखा है कि वृक्ष लगाने वाले को कभी नर्क नहीं मिलता। जंगल पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण अंग है। क्योंकि वृक्ष हवा को साफ और वातावरण को ठंडा रखते हैं। पीपल, बरगद, पाकर, नीम, बेल, आवलां, आम, तुलसी, केला, जैसे अनेक वृक्षों की हमारे समाज द्वारा पूजा की जाती है। साथ ही हमें यह घरेलू दवाएं भी प्रदान करता है त्रिफला चूर्ण अमृत के समान माना गया है। गोष्ठी में विनय कुमार सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार शुक्ल, आचार्य पंकज तिवारी, सुरेश श्रीवास्तव, अविनाश श्रीवास्तव, शैलेन्द्र वर्मा, कुलदीप मिश्र, विपिन श्रीवास्तव, रामू श्रीवास्तव, शिवशरण शुक्ला आदि उपस्थित रहें।
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