नहीं चली सिफारिश, गिरेंगी दो मंजिलें
जागरण संवाददाता, रायबरेली : आरडीए के अधिशाषी अभियंता पर कार्रवाई की वजह बनी अवैध इमारत को बचाने क
जागरण संवाददाता, रायबरेली : आरडीए के अधिशाषी अभियंता पर कार्रवाई की वजह बनी अवैध इमारत को बचाने की सारी कवायदें फेल हो गईं। हालांकि आरडीए के अफसरों ने इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन उनकी एक न चली। अवैध निर्माण को लेकर दैनिक जागरण की ओर चलाए गए अभियान ने अपना असर दिखाया। खबरों के छपने से उच्चाधिकारियों के लगातार पड़ रहे दबाव के कारण आखिरकार निर्माणकर्ता और साठगांठ करने वाले अभियंताओं को झुकना ही पड़ा। अफसरों ने शीघ्र ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के संकेत दे दिए हैं।
शहर के बेलीगंज में तीन मंजिल के आवासीय भवन का नक्शा पास कराकर छह मंजिल का अवैध निर्माण कराया गया था। नक्शा तो मकान बनवाने का था, लेकिन अभियंताओं की मिलीभगत से यहां ग्रुप हाउ¨सग करा ली गई। इसकी पोल खुलने के बाद भी अफसर इसे दबाने में जुटे थे। जिसकी खबरें दैनिक जागरण में लगातार प्रकाशित होती रहीं। इसी का नतीजा है कि अवैध निर्माण को बचाने की अफसरों की सारी नीति फेल हो गई। अब निर्माणकर्ता ने छह मंजिल में चार मंजिल की कंपाउं¨डग कराने के लिए आवेदन किया है। हालांकि जो नक्शा दाखिल किया गया है, उसमें भी कुछ कमियां है, लेकिन चार मंजिल तक की कंपांउ¨डग होनी तय है। वहीं इमारत में शेष बनी दो मंजिलों का गिरना भी लगभग निश्चित हो गया है।
अवैध इमारत ले डूबी एक्सइएन की कुर्सी
गौरतलब है कि इसी अवैध निर्माण को लेकर यहां आरडीए में तैनात रहे अधिशाषी अभियंता एसके सिन्हा को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। एमएलसी दिनेश ¨सह से फोन पर अभद्रता को लेकर उन्हें विधान परिषद में तलब किया गया था। जिसके बाद उन्हें यहां से हटा दिया गया था।
आरडीए के कार्यवाहक अधिशाषी अभियंता एम. अहमद का कहना है कि बेलीगंज में अवैध निर्माण की शमनीय चार मंजिल की कंपाउं¨डग के लिए आवेदन आया है। आवेदन में कुछ कमियां है। इन्हें दूर कराकर कंपांउ¨डग कर दी जाएगी। इसके बाद शेष दो अवैध मंजिलों को गिरवाया जाएगा।