65 हजार से अधिक गलत विद्युत बिल ठीक करने को एक लिपिक
संवादसूत्र, लालगंज : विद्युत बिलों की आनलाइन बि¨लग 65 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के लिए बवाले जान बन
संवादसूत्र, लालगंज : विद्युत बिलों की आनलाइन बि¨लग 65 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के लिए बवाले जान बन गई है। बिलों में खामियों से उपभोक्ता बिल ठीक कराने के लिए परेशान है। 65 हजार से अधिक बिलों की खामियां ठीक करने की जिम्मेदारी महज एक लिपिक के भरोसे है जिसके चलते विवाद की स्थितियां बनी हुई हैं। उल्लेखनीय है कि विद्युत वितरण खंड तृतीय लालगंज के अंतर्गत पांच उपखंडों को मिलाकर 66 हजार से अधिक घरेलू एवं डेढ़ हजार से अधिक ट्यूबवेल आदि के विद्युत उपभोक्ता हैं। आनलाइन बि¨लग के तहत जिम्मेदार संस्था ने एनआर के बिल जारी किए है तो बहुत से बिलों में पिछले बिलों की री¨ड़ग भी जोड़ दी गई है। चार माह बाद जारी किए गए बिलों के चलते उनमे सरचार्ज के रूप में भी राशि जोड़ी गई है जिसके चलते सभी बिलों में गड़बड़ियां आ गई हैं। महज एक बल्ब व पंखा का इस्तेमाल करने वालों के भी हजारों के बिल आए हैं। जिसे ठीक कराने के लिए उपभोक्ता विद्युत कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। इतने बिलों को दुरुस्त करने के लिए महज एक लिपिक ही तैनात है जिसके चलते उपभोक्ताओं में असंतोष व्याप्त होता जा रहा है जो किसी दिन उग्र रूप भी ले सकता है। सूत्रों की माने तो सरेनी व खीरों दो उपखंडो का श्रृजन होना था, यदि यह हो जाता तो दो लिपिक भी मिल जाते जिससे गलत बिलों के संशोधन में राहत मिल सकती थी लेकिन उपखंडों का श्रृजन न होने से समस्या गहराती जा रही है। एक्सईएन पीके ¨सह कहते हैं कि बिल गलत आ गए हैं। एक लिपिक होने से समस्या आ रही है। उपभोक्ताओं की भीड़ देखते हुए उनसे प्रार्थनापत्र पर मोबाइल नंबर लिखवाकर जमा कराया जा रहा है।