भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सोलर लाइटें, जिम्मेदार मौन
डलमऊ : गली मोहल्लों को प्रकाशित करने के उद्देश्य से लगाई गई सौर ऊर्जा लाइटें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़
डलमऊ : गली मोहल्लों को प्रकाशित करने के उद्देश्य से लगाई गई सौर ऊर्जा लाइटें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गईं। रात में यह लाइटें अंधेरे के आगोश में समा जाती हैं। लेकिन उच्चाधिकारी मामले से अंजान बने हुए हैं। डलमऊ कस्बे में नया सवेरा योजना के अंतर्गत मोहल्ला खटिकाना व मोहल्ला चौरासी में बीते वर्ष 90 लाख रुपए से अधिक खर्च कर दो सौर ऊर्जा प्लांटों की स्थापना मोहल्लों को प्रकाशित करने के उद्देश्य से की गई थी। मोहल्ला खटिकाना में लगे प्लांट से 40 लाइटें संपूर्ण मोहल्ले को प्रकाशित करने के लिए लगाई गयी थीं। तो वहीं मोहल्ला चौरासी में लगे प्लांट से 44 लाइटें गली, दोराहे, तिराहे व चौराहों पर लगाई गयी थी। उक्त प्लांट की स्थापना होने पर मोहल्ला वासियों में चोरी, छिनैती जैसी घटनाओं निजात मिलने की उम्मीदें जगी। डलमऊ कस्बा क्षेत्र में नया सवेरा योजना के अंतर्गत मुराई बाग सहित सभी 10 वार्डों में 26 हाई मास्क लाइटों की स्थापना की गयी। लेकिन मानकों को ताक पर रख लगाई गयी उक्त हाई मास्क लाइटें एक माह भी न चल सकीं। वहीं बीते दो वर्ष पूर्व भारतीय स्टेट बैंक की ओर से डलमऊ नगर पंचायत क्षेत्र में 255 सोलर लाइटों की स्थापना कराई गयी थी। लेकिन वर्तमान में एक भी लाइट मार्ग में उजाला करने की स्थित में नहीं है। उक्त लाइटों की हालत अत्यंत दयनीय हो चुकी है। किसी का पैनल तो किसी की बैट्री चोरों द्वारा चुराई जा चुकी है। डलमऊ नगर पंचायत क्षेत्र में वैकल्पिक विद्युत आपूर्ति के लिए आपूर्ति के नाम पर 1 करोड़ से अधिक रुपए पानी की तरह बहाए गए। लेकिन एक भी लाइट ऐसी नहीं है जो रात के अंधेरे में राहगीरों को रास्ता दिखा सके। डलमऊ उपजिलाधिकारी एस सुधाकरन ने बताया कि, सोलर लाइटों को लगाने में की गई अनियमितता की जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।