मेरे माता पिता ही सफलता के आधार
रायबरेली : संयुक्त परिवार में घर की बड़ी महिला तथा बड़े पुरुष की महत्वपूर्ण भूमिका होती थी। संयोग
रायबरेली : संयुक्त परिवार में घर की बड़ी महिला तथा बड़े पुरुष की महत्वपूर्ण भूमिका होती थी। संयोग से मेरी मां स्व.उर्मिला ¨सह तथा पिताजी स्व.दुर्गा बक्स ¨सह की स्थिति संयुक्त परिवार में ऐसी ही थी। एक तरफ बड़े बुजुर्गों की भावनाओं को समझना तथा परिवार के छोटे सदस्यों की अपेक्षाओं को पूरा करने के साथ-साथ एक दूसरे के बीच समन्वय तथा सामंजस्य बनाये रखना। इस चुनौतीपूर्ण दायित्वों को मेरे माता पिता ने जिस जिम्मेदारी के साथ निभाया,उससे मुझे अपना जीवन संवारने में प्रेरणा मिली। मेरी मां एक कुशल गृहणी के साथ साथ समाज सेविका तथा संवेदनशील महिला थी। वह गांव के हर जरूरतमंद के प्रति समर्पित रही। इसी प्रकार मेरे पिताजी प्रशासनिक सेवा में रहते हुए गांव तथा समाज के प्रति समर्पित रहे। उनकी सेवाओं का ही परिणाम हैं कि मुझमें नेतृत्व करने की क्षमता तथा दूसरों की सेवा करने की भावना सु²ढ़ हुई । आज मैं जो कुछ हूं उन्हीं की बदौलत हूं।
आज्ञा शरण ¨सह
अध्यक्ष इंटक संघ
एनटीपीसी ऊंचाहार