अब गांव-गांव, गली-गली निकलेगी यात्रा
रायबरेली: 27 साल यूपी बेहाल यात्रा अब गांव की गलियों में निकलेगी। कांग्रेसी गांव-गांव जाकर संगठन की
रायबरेली: 27 साल यूपी बेहाल यात्रा अब गांव की गलियों में निकलेगी। कांग्रेसी गांव-गांव जाकर संगठन की रीतियों-नीतियों का प्रचार करेंगे। यात्रा का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को कांग्रेस से जोड़ना होगा।
कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान सांसद प्रतिनिधि व राष्ट्रीय सचिव केएल शर्मा ने कहा कि इस यात्रा का लाभ संगठन को मिल रहा है। इसलिए इसे शहरों तक सीमित न रखकर गांवों तक ले जाया जाएगा। सांसद प्रतिनिधि के निर्णय पर जिला संगठन तुरंत हरकत में आ गया है। गांव-गांव यात्रा के लिए संगठन के पदाधिकारियों से सुझाव मांगे गए हैं। इस बात पर सहमति बन रही है कि इतिहास में नाम दर्ज कराने वाले गांवों से यात्रा की शुरुआत हो, फिर विधानसभा क्षेत्र भर में लोगों को जागरुक किया जाए। इस यात्रा का भी सारा दारोमदार ब्लाक कमेटियों के कंधे पर होगा। ब्लाक पदाधिकारी ही न्याय, ग्राम व बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को दिशानिर्देशित करेंगे।
पहले से जिले में सक्रिय कांग्रेस संगठन के लिए ये यात्रा फलदायी साबित हो सकती है, बशर्ते संगठन से जुड़े पुराने कार्यकर्ताओं को फिर से मुख्य धारा में जोड़ा जाए। काट छांट की राजनीति पर रोक लगे। जिला कमेटी इस मुद्दे पर गहन विचार भी कर रही है ताकि यात्रा के सकारात्मक परिणाम आएं। यूपी में रायबरेली से अगर इस बार भी परिणाम ठीक न आएं तो संगठन की किरकिरी होना तय है। वो भी तब जब जिले की सांसद सोनिया गांधी है। जिला पंचायत अध्यक्ष व एमएलसी कांग्रेस प्रतिनिधि ही हैं। यही नहीं संगठन प्रभारी की जिम्मेदारी स्वयं प्रियंका गांधी संभाले हुए हैं।
प्रवक्ता बोले
सांसद प्रतिनिधि ने गांवों में यात्रा निकालने के लिए निर्देशित किया है। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। जल्द ही इसे अमली रूप दिया जाएगा।
विनय द्विवेदी, प्रवक्ता कांग्रेस