Move to Jagran APP

सोनिया की कोशिश से भरी श्रमिकों की झोली

रायबरेली : कांग्रेस अध्यक्ष व क्षेत्रीय सांसद सोनिया गांधी के प्रयासों से मनरेगा श्रमिकों की झोली श

By Edited By: Published: Sun, 01 May 2016 01:18 AM (IST)Updated: Sun, 01 May 2016 01:18 AM (IST)
सोनिया की कोशिश से भरी श्रमिकों की झोली

रायबरेली : कांग्रेस अध्यक्ष व क्षेत्रीय सांसद सोनिया गांधी के प्रयासों से मनरेगा श्रमिकों की झोली श्रमिक दिवस के मौके पर भर गई। जिले के श्रमिकों को मनरेगा की बकाया में सात करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, जबकि बकाया तीन करोड़ का और भुगतान सप्ताह भर में किए जाने की संभावना है।

loksabha election banner

सोनिया के फरवरी माह में रायबरेली दौरे के दौरान मनरेगा श्रमिकों ने पारिश्रमिक न मिलने का दर्द उन्हें बताया था। सांसद ने श्रमिकों को जल्द ही भुगतान का आश्वासन दिया। उन्होंने स्थानीय कांग्रेस नेताओं को जिला प्रशासन के माध्यम से भुगतान कराने को कहा और खुद ने भी केंद्र स्तर पर इसके लिए प्रयास किए। होली पर्व में भी जब श्रमिकों का भुगतान नहीं हुआ तो उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस आशय का पत्र लिखा। बताया कि मनरेगा के श्रमिकों का 10.44 करोड़ व सामग्री का 3.60 करोड़ रुपया बकाया है। इसका समय से भुगतान कराया जाना चाहिए।

पहली अप्रैल से अब तक श्रमिकों का लगभग सात करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। लगभग 3.30 करोड़ रुपये का बजट विभाग के पास है। अगर श्रमिकों का आधार ¨लक मिल जाता है तो 24 से 48 घंटे में शेष भुगतान भी उनके एकाउंट में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। आधार ¨लक नहीं मिलने पर सप्ताह भर लग सकता है।

उपायुक्त मनरेगा एसके उपाध्याय ने बताया कि अब श्रमिकों के पारिश्रमिक का भुगतान का काम अंतिम दौर में है। 535 गांवों में फिर से मनरेगा योजना से काम शुरू हो गया है। श्रमिकों का पारिश्रमिक भी 161 रूपये से बढकर 174 हो गया है जो एक अप्रैल 2016 से लागू है।

प्रवक्ता बोले

जिला संगठन ने सांसद को अवगत कराया कि जिला स्तर पर प्रयास के बावजूद होली में भी मनरेगा श्रमिकों को उनका मेहनताना नहीं मिला। इस पर सांसद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा और केंद्र स्तर पर भी प्रयास किए।

विनय द्विवेदी, कांग्रेस प्रवक्ता, रायबरेली


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.