पहले पत्रकार फिर कमिश्नर बन कोटेदारों से ठगी करने वाला गिरफ्तार
रायबरेली: उच्चाधिकारी, पत्रकार और कई अन्य ओहदों की धौंस दिखाकर कोटेदारों से वसूली करने वाले गिरोह का
रायबरेली: उच्चाधिकारी, पत्रकार और कई अन्य ओहदों की धौंस दिखाकर कोटेदारों से वसूली करने वाले गिरोह का एक सदस्य शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। युवक ने सारा आरोप साथी पर मढ़कर खुद को निर्दोष बताने की कोशिश की। पीड़ित कोटेदार ने ठगी करने वाले दो युवकों पर हरचंदपुर थाने में तहरीर दी है।
हरचंदपुर के शोरा गांव में शिवलोचन की सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान है। शिवलोचन के मुताबिक 27 अप्रैल को कार से तीन युवक आये। इनमें से मुकेश द्विवेदी निवासी अमरनगर, शहर कोतवाली ने बताया कि कार से कमिश्नर आये हैं और उनके लिए 15 हजार की व्यवस्था करो वरना लाइसेंस निरस्त कर देंगे। किसी तरह उनके लिए रूपयों का बंदोबस्त किया गया। 28 की शाम को फिर फोन आया कि कुछ रूपयों का और इंतजाम करो। रूपये देने के लिए शुक्रवार को रतापुर चौराहे पर बुलाया गया। रूपये लेने मुकेश आया, जिस पकड़कर शहर कोतवाली लाया गया। उसने वारदात में शामिल होने से इंकार किया और सारा आरोप अपने साथी पर मढने लगा। क्योंकि मामला हरचंदपुर थाने का था, इसलिए कोटेदार को हरचंदपुर भेज दिया गया।
ठगी के आरोपित मुकेश व उसके साथी पर पहले भी जगतपुर थाने में ऐसे ही मामले में मुकदमा लिखा जा चुका है। आरोप हैं कि कभी ये कमिश्नर तो कभी आपूर्ति निरीक्षक या पत्रकार बनकर कोटेदारों से ठगी करते चले आ रहे हैं। ये दूसरा मामला है जो थाने तक पहुंचा है, वरना राशन वितरण में दलाली करने वालों ने इनकी शिकायत करना भी उचित नहीं समझा।
एसओ अरूण शुक्ल का कहना है कि दो युवकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। वहीं डीएसओ बीआर अहिरवार ने बताया कि पूर्व में भी इस तरह की शिकायतें कोटेदारों से मिली लेकिन वारदात को अंजाम देने के बाद ऐसे लोग रफूचक्कर हो जाते थे और दोबारा उसी दुकान पर नहीं जाते थे। इस पर दोबारा एक ही दुकान पर ठगी करने की कोशिश में युवक पकड़ा गया।