कागजों में होता रहा स्कूलों का गुणवत्ता निरीक्षण
रायबरेली : परिषदीय विद्यालयों का शैक्षिक स्तर गिर रहा है और ब्लाकों में तैनात अफसर आराम फरमा रहे है।
रायबरेली : परिषदीय विद्यालयों का शैक्षिक स्तर गिर रहा है और ब्लाकों में तैनात अफसर आराम फरमा रहे है। ये हम नहीं विभाग द्वारा तैयार की गई निरीक्षण आख्या की रिपोर्ट कह रही है। अफसरों को हर माह 20 स्कूलों का निरीक्षण का निर्देश दिया गया है लेकिन 10 से 15 स्कूलों का निरीक्षण कर कोरम पूरा किया। इसमें कुछ स्कूलों का संचालन एक ही कैंपस में हो रहा है।
शैक्षिक स्तर उठाने के लिए बीएसए 10 और खंड शिक्षाधिकारियों को प्रतिमाह 20 स्कूलों का औचक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था का अवलोकन करना था। इसमें बीएसए रामसागर पति त्रिपाठी माह में 10 अधिक स्कूलों का निरीक्षण किया लेकिन बीआरसी ने ध्यान नहीं दिया जा रहा है। माह के अंतिम दिनों में कोटा पूरा करने के लिए ब्लॉक संसाधन केंद्रों के समीप बने स्कूलों का निरीक्षण कर इतिश्री कर ली जाती है।
राजधानी से आना बनती है समस्या
जनपद में तैनात कुछ खंड शिक्षाधिकारी राजधानी (लखनऊ) से अप-डाउन करते है। इसके कारण कई बार वह समय से वह ब्लॉक में नहीं पहुंचते हैं। वहीं ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर तैनात सह समन्वयकों जो भी रिपोर्ट सौंपी जाती है उसी को फाइनल भी कर दिया जाता है।
बीएसए ने देखे 27 स्कूल
बीएसए ने जनवरी में 27 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया है। खामियां मिली तो 15 दिन का अल्टीमेटम देकर शैक्षिक स्तर सुधारने के निर्देश दिए है।
नहीं मिलता विभाग से बजट
एक खंड शिक्षाधिकारी ने बताया कि विभाग द्वारा जारी होने वाले सभी आदेश सराहनीय होते हों और उन पर वर्कआउट भी किया जाता है, लेकिन स्कूलों के निरीक्षण के लिए न तो सरकारी वाहन मिलते हैं न हीं इसके लिए कोई बजट मिलता है। इससे परेशानी होती है।
किसने, कितने किए निरीक्षण
ब्लॉक निरीक्षण ब्लॉक निरीक्षण
बछरावां 14 ऊंचाहार 21
रोहनिया 20 जगतपुर/गौरा 25
डलमऊ 15 खीरों 20
सरेनी 20 लालगंज 26
सतांव 21 हरचंदपुर 19
राही 16 अमावां 20
नगर 20 सलोन 18
छतोह 23 डीह 12
महाराजगंज 22 शिवगढ़ 20
'शासनादेश के अनुरूप खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा अगर 20 परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट नहीं सौंपी जाती है तो अगले माह से उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं विभागीय कार्य जो भी होते है उन्हें करने के लिए बीआरसी पर सह समन्वयकों को भी तैनात किया गया है।' -रामसागर पति त्रिपाठी, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, रायबरेली।